जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को किसानों के गेहूं खरीद पर चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में प्रियंका ने यूपी के कई जिलों से मिली सूचनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा है कि किसानों को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
प्रियंका ने लिखा है कि कोरोना महामारी जब तेज़ी पर थी तब किसान क्रय केन्द्रों पर ताला लटका हुआ था और अब जब किसान क्रय केन्द्रों पर गेहूं पहुंचना शुरू हुआ है तब खरीद को कम करते हुए आधा कर दिया गया. उन्होंने कहा है कि किसानों को कम से कम खरीद की गारंटी तो मिलनी ही चाहिए.
सीएम योगी को लिखे पत्र में प्रियंका गांधी ने बताया है कि पंजाब और हरियाणा में गेहूं की सरकारी खरीद कुल उत्पादन की 80 से 85 फीसदी तक होती है जबकि यूपी में सरकारी केन्द्रों पर सिर्फ 14 फीसदी की ही खरीद हुई है. यूपी में 378 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन किया है.
प्रियंका ने लिखा है कि हालात ऐसे हैं कि यूपी के बहुत से किसान अपना गेहूं नहीं बेच पाए हैं और सरकारी क्रय केन्द्रों पर बैठे अफसर खरीद में ना नुकुर में लगे रहते हैं.
प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री को याद दिलाया है कि उन्होंने खुद कहा था कि गेहूं खरीद की सुविधा आख़री किसान तक पहुंचेगी. आज हालत यह है कि बहुत से गाँवों में गेहूं खरीद केन्द्र बंद हो चुके हैं. किसानों को अपना गेहूं बेचने के लिए दूर की मंडियों को दौड़ना पड़ रहा है. देश के कई हिस्सों में बारिश शुरू हो गई है ऐसे में उनका गेहूं भीगकर सड़ जाने का खतरा पैदा हो गया है. यही वजह है कि किसान अपनी हाड़तोड़ मेहनत से उगाई गई फसल को औने पौने दाम में बेचने को मजबूर हो रहा है.
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प्रियंका गांधी ने अपनी चिट्ठी में यूपी सीएम से तीन मांगें की हैं. उनकी मांग है कि किसान क्रय केन्द्रों पर 15 जुलाई तक किसानों के गेहूं की खरीद की गारंटी तय की जाए. हर क्रय केन्द्र पर खरीद की व्यवस्था सुनिश्चित हो ताकि किसान को अपना गेहूं लेकर भटकना ना पड़े और साथ ही एक किसान से अधिकतम 30 या 50 कुंतल गेहूं खरीदे जाने के नियम पर रोक लगाईं जाए. किसानों से अधिकतम खरीद की जाए.