जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। देश में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर गहमागहमी तेज हो गई है। जहां एक ओर सत्ता पक्ष काफी मजबूत लग रहा है तो विपक्ष भी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अब अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
आगामी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी काफी एक्टिव नजर आ रही है और उन्होंने इसको लेकर बड़ा बयान दिया है और कहा है कि यह आपसी मतभेदों से ऊपर उठने का समय है और एक ऐसे व्यक्ति को राष्ट्रपति चुना जाए जो संविधान और देश की संस्थाओं की रक्षा कर सके।
उधर ममता बनर्जी ने विपक्ष को एकजुट करने के लिए एक प्लान तैयार किया है और बड़ी मीटिंग बुलायी लेकिन उससे पहले उनको तब बड़ा झटका लगा है जब आम आदमी पार्टी, तेलंगाना राष्ट्रीय समिति जैसी पार्टियों ने इस मीटिंग में शामिल होने से इनकार कर दिया है।
हालांकि पहले कहा गया था कि इन पार्टियों के प्रतिनिधि भी मीटिंग में जाएंगे लेकिन अब ऐसा लगा रहा है कि ऐसा नहीं होगा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बुधवार को एक प्रेस वार्ता कर रही है।
उधर कांग्रेस भी ममता बनर्जी के साथ खड़ी नजर आ रही है। वहीं ममता बनर्जी ने विपक्षी नेताओं को पत्र लिखकर उनसे नई दिल्ली में 15 जून को प्रस्तावित बैठक में भाग लेने का अनुरोध किया है, ताकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के उत्तराधिकारी के लिए 18 जुलाई को होने वाले चुनाव के वास्ते एक साझा रणनीति तैयार की जा सके।
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