जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ / वाराणसी. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के ईवीएम चोरी के इल्जाम के बाद चुनाव आयोग ने अपनी इज्जत बचाने के लिए अब एक्शन लेने का फैसला कर लिया है. प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ईवीएम को लेकर हुए बवाल के बाद एडीएम एन.के.सिंह को निलंबित किये जाने की तैयारी हो गई है.
उल्लेखनीय है कि मंगलवार की शाम को वाराणसी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ईवीएम लदी हुई दो गाड़ियाँ पकड़ी थीं. गाड़ियों में ईवीएम मिलने के बाद समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया कि अधिकारी ईवीएम के साथ छेड़खानी कर रहे हैं.
सपा सुप्रीमो ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए डीएम कौशल राज शर्मा पर आरोप मढ़ा कि यह डीएम किसके इशारे पर काम कर रहा है मैं अच्छे से जानता हूँ. उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद जो भविष्यवाणी सरकार ने की वही एग्जिट पोल में भी बताया गया. दरअसल उसी फीगर को लाने के लिए ईवीएम के साथ छेड़खानी की जा रही है. अखिलेश ने कहा कि उन्हें चुनाव योग से कोई उम्मीद नहीं है. अब लोगों को लोकतंत्र बचाने के लिए खुद ही लड़ना पड़ेगा.
अखिलेश यादव के इल्जाम के बाद सफाई पेश करते हुए डीएम कौशल राज शर्मा ने कहा कि पकड़ी गई ईवीएम का चुनाव वाली ईवीएम से कोई लेना देना ही नहीं है यह तो ट्रेनिंग देने वाली ईवीएम हैं. मतदान वाली ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित हैं.
हालांकि वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने यह स्वीकार किया कि ट्रेनिंग के लिए जा रही ईवीएम के मूवमेंट में प्रोटोकाल का पालन नहीं किया गया. साथ ही उन्होंने जोड़ा कि मतदान वाली ईवीएम से यह ईवीएम अलग हैं. मतदान वाली ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित हैं. उसमें थ्री लेयर सेक्योरिटी है.
निर्वाचन आयोग ने मतगणना से ठीक पहले हुई इस घटना का ज़िम्मेदार एडीएम को माना है. एडीएम एन.के.सिंह को सस्पेंड करने की तैयारी शुरू हो गई है.
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