जुबिली न्यूज डेस्क
30 अप्रैल से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा की तैयारियां पूरे जोरों पर हैं, और इस क्रम में केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की प्रक्रिया आज विधिवत रूप से शुरू हो गई है। भगवान केदारनाथ की पंचमुखी भोग मूर्ति और चल उत्सव विग्रह डोली में विराजमान होकर अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर से केदारनाथ के लिए रवाना हो गई। इस धार्मिक यात्रा का शुभारंभ श्रद्धा और भक्ति के माहौल में हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
केदारनाथ के क्षेत्रपाल भगवान भैरवनाथ की पूजा
परंपरा के अनुसार, केदारनाथ के क्षेत्रपाल भगवान भैरवनाथ की विशेष पूजा-अर्चना के साथ कपाटोद्घाटन की प्रक्रिया शुरू हुई। रविवार को ओंकारेश्वर मंदिर के गर्भगृह में भगवान केदारनाथ और भगवान ओंकारेश्वर की शीतकालीन पूजा-अर्चना तथा आरती संपन्न हुई। इसके बाद, भकुंड भैरवनाथ का पूजन किया गया। धार्मिक परंपराओं का पालन करते हुए भैरवनाथ की मूर्ति का गंगाजल, दूध, शहद और तेल से अभिषेक किया गया और उन्हें नवीन वस्त्र पहनाए गए। इसके साथ ही फूल-मालाओं से उनका भव्य श्रृंगार किया गया। परंपरा के अनुसार, काली दाल की पकोड़ी और पूरी की माला भी अर्पित की गई।
🚨 Kedarnath Dham is beautifully decorated with flowers in preparation for its reopening on May 2, 2025. pic.twitter.com/eoGdqSkZzY
— The Tradesman (@The_Tradesman1) April 28, 2025
भगवान केदारनाथ धाम के मंदिर की भव्य सजावट
इस बीच एक वीडियो सामने आया है, जिसमें केदारनाथ में हो रही तैयारियों को देखा जा सकता है। कपाटोद्घाटन के दिन, भगवान केदारनाथ मंदिर को 10 क्विंटल से अधिक फूलों से सजाया जा रहा है। मंदिर को भव्य और दिव्य स्वरूप देने के लिए फूलों से आकर्षक सजावट की जा रही है। श्रद्धालुओं के स्वागत और दर्शन व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने भी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
डोली यात्रा और मंदिर के कपाट खोलने का समय
भगवान केदारनाथ की डोली अब गुप्तकाशी, फाटा और गौरीकुंड में रात्रि विश्राम करते हुए धाम के लिए आगे बढ़ेगी। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, 1 मई को डोली केदारनाथ धाम पहुंचेगी और 2 मई को प्रातः 7 बजे के शुभ मुहूर्त में केदारनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे।
केदारनाथ धाम: एक धार्मिक उत्सव का प्रतीक
केदारनाथ धाम, जो द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक है, के कपाट खुलने का पर्व हर साल श्रद्धा और आस्था का बड़ा उत्सव बन जाता है। इस अवसर पर लाखों श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शनों के लिए यहां पहुंचते हैं। शीतकाल में भगवान केदारनाथ की पूजा ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में होती है, और अब कपाट खुलने के साथ भगवान केदारनाथ अपने मूल धाम में छह महीने तक भक्तों को दर्शन देंगे।
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इस प्रकार, केदारनाथ धाम का कपाटोद्घाटन धार्मिक उत्साह और श्रद्धा का प्रतीक बन चुका है, और हर साल यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होता है।