जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने राज्य में बढ़ते कोविड मामलों के मद्देनजर होली समारोह के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। मुख्य सचिव आर.के. तिवारी ने कहा कि होली पर आयोजित होने वाले किसी भी सार्वजनिक समारोह या जुलूस के लिए अनुमति लेनी होगी।
अनुमति प्राप्त करने के बाद भी, आयोजकों को सामाजिक दूरी के साथ सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। 60 साल से ऊपर के लोग, 10 साल से कम उम्र के बच्चों और कोमॉरबिडिटी वाले लोगों को त्योहार के दौरान घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है।
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दिशा- निर्देशों में आगे कहा गया है कि दूसरे राज्यों से आने वाले व्यक्तियों को कोविड परीक्षण से गुजरना होगा। इस दौरान कोविड अस्पताल हर जिले में चालू रहेंगे, जहां परीक्षण और उपचार की सुविधा होगी। इसके साथ कोविड हेल्प डेस्क भी स्थापित की जा रही है।
सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए जागरुकता फैलाई जा रही है। राज्य की सभी जेलों के कैदियों को कोविड परीक्षणों का सामना करना पड़ेगा, अगर वे जेल से बाहर निकल आए हैं।
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उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त जिन राज्यों में कोविड का संक्रमण अत्यधिक है, वहां से होली के त्योहार के लिए घर आ रहे लोगों की कोविड जांच अनिवार्य रूप से करायी जाये।
कक्षा आठवीं तक के सभी निजी /सरकारी तथा अर्द्धसरकारी विद्यालयों में 24 मार्च से 31 मार्च तक होली का अवकाश कर दिया जाये। अन्य शिक्षण संस्थान (मेडिकल तथा नर्सिंग काॅलेज छोड़कर) 25 से 31 मार्च तक के मध्य होली का अवकाश घोषित करेंगे, लेकिन जहां परीक्षायें चल रही होंगी, वहां परीक्षायें यथावत् अवश्य सम्पन्न करायी जायेंगी।
तिवारी ने बताया कि इसके अलावा पुलिस ट्रेनिंग स्कूल तथा अन्य प्रशिक्षण संस्थानों में यह सुनिश्चित किया जायेगा कि लोगों का बाहर आवागमन न्यूनतम हो।
ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर तथा शहरों में प्रत्येक वार्ड स्तर पर एक-एक नोडल अधिकारी/कर्मी की तैनाती की जाये, जो ग्राम निगरानी समिति के माध्यम से यह सुनिश्चित करेंगे कि बाहर से आने वाले लोग अपनी-अपनी जांच करवायें तथा जांच का परिणाम आने तक अपने घर में ही रहेंगे।
कान्टेक्ट ट्रेसिंग को तीव्र गति से किया जाये तथा जो भी व्यक्ति पाॅजिटिव आयें उनके समस्त कान्टेक्ट (औसतन 25-30) 48 घण्टे के अन्दर चिन्हित करते हुए उनकी जांच करायी जाये।
उन्होंने कहा कि सभी जिलो में डेडीकेटड हास्पिटल संचालित रहे एवं भविष्य के लिए अन्य अस्पतालों को भी इसके लिए नोटिस देकर तैयार रखा जाये। आवश्यक मानव संसाधन और उपकरणों की व्यवस्था की जाये। कोविड हेल्प डेस्क को फिर से सक्रिय किया जाये।
इन्फ्रारेड थर्मामीटर एवं पल्स आक्सीमीटर का उपयोग करते हुए लक्षण युक्त लोगों की पहचान की जाये। रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डो एवं बस स्टेशनों पर यात्रियों की सघन कोविड जांच करायी जाये।
पब्लिक एड्रेस सिस्टम को पुनः क्रियाशील करते हुए लोगों को कोविड संक्रमण से बचने के लिए सावधानी का संदेश निरन्तर दिया जाये तथा आम जनता में कोविड वैक्सीनेशन का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाये। वैक्सीनेशन का कार्य तीव्र गति से किया जाये तथा इसके वेस्टेज को हर हाल में रोका जाये। इसके अतिरिक्त सार्वजनिक स्थलों पर भीड़-भाड़ न होने दी जाये और इस हेतु पुलिस द्वारा आवश्यक कदम उठाये जाये।