Saturday - 26 October 2024 - 12:46 AM

अस्पतालों के चक्कर लगाती रही गर्भवती, नहीं पसीजे धरती के भगवान, हुई मौत

जुबिली न्यूज़ डेस्क

लखनऊ. डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है. डॉक्टर ही अगर गंभीर मरीज़ को भर्ती करने से इनकार कर दे तो फिर मरीज़ की जान की गारंटी कौन ले सकता है. गाज़ियाबाद में आज एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. 8 महीने की गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए निकला परिवार 12 घंटे तक जिले के सात अस्पतालों के चक्कर लगाता रहा लेकिन किसी भी अस्पताल ने उसे भर्ती नहीं किया. अंतत: महिला ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया. उसका बच्चा पेट के भीतर ही मर गया.

इस ह्रदय विदारक घटना के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाये हैं. अखिलेश यादव ने कहा है कि कोरोना के लिए एक लाख बेड के इंतजाम का दावा करने वाली यूपी सरकार आने वाली पीढ़ियों के लिए कुछ बेड आरक्षित क्यों नहीं करती. अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रसव के लिए अस्पताल खोजते-खोजते एक महिला की मृत्यु अति दुखद है. बीजेपी सरकार से उन्होंने यह भी पूछा कि वह बताये कि उसने अब तक कितने अस्पताल बनाए हैं.

उधर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार को नान कोविड बीमारियों और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को बहुत गंभीरता से लेना होगा. इस सन्दर्भ में किसी भी चूक के गंभीर परिणाम हो सकते हैं. नोएडा में एक गर्भवती महिला के साथ हुआ जानलेवा हादसा एक चेतावनी है. प्रियंका ने कहा है कि यूपी में कई जगह से इस तरह की खबरें आयी हैं. सरकार को इसके लिए पूरी तैयारी करनी चाहिए ताकि किसी की जान न जाए.

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उल्लेखनीय है कि गाज़ियाबाद की रहने वाली नीलम कुमारी आठ महीने की गर्भवती थी. उसका शिवालिक अस्पताल में इलाज चल रहा था. शुक्रवार को नीलम की सांस लेने में दिक्कत होने लगी तो घर वाले उसे लेकर शिवालिक अस्पताल पहुंचे लेकिन उस अस्पताल ने उसे भर्ती करने से मना कर दिया.

इसके बाद परेशान घर वाले एम्बूलेंस में उसे सुबह छह बजे से शाम छह बजे से एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल के चक्कर लगाते रहे लेकिन नोएडा के शारदा हास्पीटल, ईएसआई हास्पीटल, जिला अस्पताल, नोएडा फोर्टिस, जिम्स और मैक्स हास्पीटल के चक्कर लगाए. घर वालों ने डॉक्टरों के सामने हाथ जोड़े लेकिन इन अस्पतालों को चलाने वाले धरती के भगवान नहीं पसीजे. पहले बच्चे ने माँ के पेट में दम तोड़ दिया और फिर महिला की भी मौत हो गई.

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