जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। क्रिकेट में अक्सर नये-नये रिकॉर्ड बनते हैं और टूटते हैं। आज हम आपको एक ऐसे क्रिकेटर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने कूच बिहार ट्रॉफी के फाइनल में 404 रन बनाकर एक नया रिकॉर्ड कायम कर दिया है।
ये बल्लेबाज है कर्नाटक के प्रखर चतुर्वेदी। इसके साथ ही कर्नाटक के बल्लेबाज प्रखर चतुर्वेदी ने सोमवार को नया इतिहास बनाते हुए शिमोगा में मुंबई के खिलाफ मैच के दौरान कूच बिहार ट्रॉफी के फाइनल में 400 रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए। चारों तरफ उनके नाम की अब धूम देखने को मिल रही है।
इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर इस खिलाड़ी को सर्च किया जा रहा है और ये कौन खिलाड़ी और उसने इतना बड़ा स्कोर कैसे बनाया। चतुर्वेदी की पारी ने कूच बिहार ट्रॉफी फाइनल में युवराज सिंह के सर्वोच्च स्कोर के रिकॉर्ड को एक झटके में पीछे छोड़ दिया है। युवराज सिंह ने ये कारनाम 1999 में बिहार के खिलाफ फाइनल में किया था और 358 रन बनाए थे। उसके बाद युवराज रातों-रात स्टार बन गए थे और फिर अंडर-19 में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया और भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की कर ली।
मुंबई के पहली पारी के 280 रन के स्कोर का पीछा करने उतरी कर्नाटक के लिए पारी की शुरुआत करते हुए, मैच ड्रा घोषित होने पर चतुर्वेदी 638 गेंदों पर 404 रन बनाकर नाबाद रहे, जिससे कर्नाटक ने पहली पारी में बढ़त हासिल करने में कामयाब रहा। इस मुकाबले में कर्नाटक का स्कोर 223 ओवर में 890/8 था जबकि प्रखर ने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए 638 गेंदों में 63.32 के स्ट्राइक रेट से नाबाद 404 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 46 चौके और तीन छक्के जड़े।
यह कूचबिहार ट्रॉफी के खिताबी मैच में किसी भी बल्लेबाज द्वारा खेली गई अबतक की सबसे बड़ी पारी है। वहीं इस टूर्नामेंट के इतिहास की यह दूसरी सबसे बड़ी पारी है। 2011-12 सीजन में असम के खिलाफ महाराष्ट्र के लिए विजय जॉल का नाबाद 451 रन टूर्नामेंट में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है।