जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. आने वाले दिनों में प्लेट से प्याज और आलू दोनों गायब हो सकता है. देश के कई हिस्सों में हो रही बारिश की वजह से प्याज के साथ-साथ आलू भी आम लोगों की पहुँच से दूर होता जा रहा है. इनकी कीमतें रोजाना बदल रही हैं और यह बदली हुई कीमतें बढ़ी हुई हैं. बाज़ार के जानकारों का कहना है कि दीवाली तक प्याज 100 रुपये किलो का दाम छू सकती है तो आलू भी 60 रुपये से आगे जा सकता है.
मौजूदा समय में बाज़ार में प्याज 40 से 50 रुपये किलो के बीच मिल रहा है. प्याज की सबसे बड़ी मंडी नासिक में प्याज का दाम बढ़कर 6802 रुपये प्रति कुंतल पहुँच गया है. दाम ऐसे ही बढ़ते रहे तो यह कभी भी 100 रुपये का दाम छू सकते हैं.
प्याज व्यापारियों का कहना है कि महाराष्ट्र में हुई बारिश की वजह से खेतों में तैयार प्याज की फसल बर्बाद हो गई. महाराष्ट्र की तरह राजस्थान, कर्नाटक और गुजरात में भी प्याज़ की फसल का काफी नुक्सान हुआ.
सब्जी बाज़ार की हालत यह है कि जिस तरह की प्याज लोग इस्तेमाल करना पसंद नहीं करते थे वैसी खराब प्याज अब बाज़ार में बिक रही है. उसके दाम भी कम नहीं हैं.
देश में प्याज की फसल तीनों सीज़न में उगाई जाती है. यही वजह है कि दाम बढ़ते हैं तो कुछ ही दिनों बाद उस पर अंकुश लग जाता है लेकिन इस बार प्याज के सीज़न में ही बारिश हो जाने से तैयार फसल सड़ गई. इसी वजह से बाज़ार में प्याज़ के दाम आसमान छूने लगे. प्याज की अगली फसल अब फरवरी में आयेगी तो ज़ाहिर है कि दीवाली के आसपास महंगी होने वाली प्याज फरवरी तक बाज़ार में आग लगाती रहेगी.
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प्याज की तरह से बाज़ार में इधर आलू के दाम में भी आग लग गई है. खुले बाज़ार में 30 रुपये किलो के दाम से आराम से मिल जाने वाला आलू अब 40 से 50 रुपये किलो तक पहुँच गया है. जानारों का कहना है कि आलू के दामों में नवरात्र के बाद ब्रेक लगेगा और आलू फिर से 30 रुपये किलो तक पहुँच जायेगा लेकिन प्याज के दामों में शुरू हुई बढ़ोत्तरी अब अगले चार महीने तक जारी रहेगी.