स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। वित्त मंत्री नर्मिला सीतारमण ने मोदी सरकार 2.0 का पहला बजट पेश किया है। इस बजट को लेकर सरकार तारीफों का पुल बांध रही है लेकिन विपक्ष के निशाने पर नर्मिला सीतारमण आ गई है। बीजेपी इस बजट को अच्छा बता रही है जबकि विपक्ष इससे किनारा करता नजर आ रहा है।
बजट में कुछ अच्छी चीजे भी सामने आयी है। उनमें महिलाओं और किसानों को लेकर सरकार ने कुछ ठोस योजना बनायी है लेकिन बजट के आने के बाद से पेट्रोल-डीजल, सोना, काजू की कीमतें बढ़ गई है। इस वजह से आम आदमी की जेब पर इसकी मार पडऩा तय माना जा रहा है। बजट को लेकर सियासी उठा-पटक भी देखने को मिल रही है।
जानें बजट को लेकर किसने क्या कहा
बजट अब 'बही-खाता' कहलाएगा!
यह एक समृद्ध भारत के निर्माण का बही-खाता है। इसमें समाज के हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' के इस बही-खाते के लिए मैं प्रधानमंत्री @narendramodi व वित्तमंत्री श्रीमती @nsitharaman को धन्यवाद देता हूँ। #Budget2019 pic.twitter.com/SIULNWEkqm
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 5, 2019
Congratulations to the Hon'ble PM @narendramodi and FM @nsitharaman for the budget 2019-20. The budget besides being a policy document for boosting growth, serves the larger interest of all sectors of the Economy.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) July 5, 2019
बीजेपी की केन्द्र सरकार द्वारा बजट को हर मामले में व हर स्तर पर लुभावना बनाने की पूरी कोशिश की गई है लेकिन देखना है कि इनका यह बजट जमीनी हकीकत में देश की आमजनता के लिए कितना लाभदायक सिद्ध होता है जबकि पूरा देश गरीबी, बेरोजगारी, बदतर शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा से पीड़ित व परेशान है।
— Mayawati (@Mayawati) July 5, 2019
FM ने देश के क़र्ज़ पर किया ‘गुमराह’।
अतिरिक्त विदेशी क़र्ज़ लेने से होगा देश क़र्ज़दार
70 साल में मार्च 2014 तक देश पर क़र्ज़-
₹53,11,081 करोड़।मार्च 2014 से मार्च 2019 के बीच मोदी सरकार ने अतिरिक्त क़र्ज़ लिया-
₹37,45,645 करोड़
यानी
₹28,812 प्रति व्यक्ति। pic.twitter.com/sWV1IVmPJQ— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 5, 2019
आज पेश मोदी सरकार का आम बजट पूरी तरह से निराशाजनक।
आमजन इस बजट से ख़ुद को ठगा महसूस कर रहा है।
आमजन के लिये इस बजट में कुछ नही,महँगाई बढ़ाने वाला बजट।
पेट्रोल- डीज़ल की क़ीमतों में राहत प्रदान करने की बजाय इसे ओर महँगा कर दिया गया।
1/3— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 5, 2019
Budget for New India, as BJP proclaims has nothing new in it. Talk of PM's vision is fine but it should have a roadmap to achieve that vision,which the budget totally lacks.Without clarity on action plan, #Budget2019 seems hollow n fails to give hope to poor, labourers or farmers
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 5, 2019
No mention of agriculture in budget speech shows govt is not at all serious about improving conditions in rural sector.
The Finance Minister did not mention various budgetary allocations in her speech, which has been part of past #budget speeches for sake of clarity.#Budget2019— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 5, 2019