Monday - 28 October 2024 - 12:21 AM

कैप्टन-शाह की मुलाकात से कांग्रेस में उठा सियासी बवंडर

जुबिली न्यूज डेस्क

पंजाब में जारी राजनीति उथल पुथल के बीच प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की। इस मुलाकात के साथ ही कैप्टन की योजनाओं को लेकर सियासी अटकलें तेज हो गई हैं।

गृहमंत्री शाह और कैप्टन के बीच करीब 45 मिनट तक बातचीत हुई। इस मुलाकात पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि पंजाब में एक दलित को मुख्यमंत्री बनाने पर सत्ता में बैठे मठाधीशों के अहंकार को ठेस पहुंची है।

कांग्रेस ने गृहमंत्री अमित शाह पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि दलित विरोधी राजनीति का केंद्र और कहीं नहीं, अमित शाह जी का निवास बना हुआ है।

शाह और कैप्टन की मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता और प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया और लिखा, ‘सत्ता में बैठे मठाधीशों के अहंकार को ठेस पहुंची है, क्योंकि एक दलित को मुख्यमंत्री बना दिया तो वो पूछते हैं कि कांग्रेस में फैसले कौन ले रहा है? दलित को सर्वोच्च पद दिया जाना उन्हें रास नहीं आ रहा। दलित विरोधी राजनीति का केंद्र और कहीं नहीं, अमित शाह जी का निवास बना हुआ है।’

सुरजेवाला ने आगे कहा, ‘अमित शाह जी व मोदी जी पंजाब से प्रतिशोध की आग में जल रहे हैं। वे पंजाब से बदला लेना चाहते हैं क्योंकि वे किसान विरोधी काले कानूनों से अपने पूंजीपति साथियों का हित साधने में अब तक नाकाम रहे हैं। भाजपा का किसान विरोधी षड्यंत्र सफल नहीं होगा।’

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वहीं अमित शाह से मुलाकात पर बुधवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि वह चंडीगढ़ से मंगलवार को यहां निजी यात्रा पर आये थे और उनकी यात्रा का कोई राजनीतिक कारण नहीं है।

कैप्टन ने कपूरथला हाउस के मुख्यमंत्री निवास से अपना सामान हटा कर उसे नये मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी के लिये खाली कर दिया था।

बुधवार को पूरे दिन इस बात की अटकलें चलती रहीं कि पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मिलने वाले हैं लेकिन उन्होंने इसका खंडन करते हुए कहा था कि जब किसी से मिलना होगा तो वह खुल्लमखुल्ला जाएंगे, छिपकर नहीं।

दरअसल कैप्टन और शाह की मुलाकात ऐसे वक्त में हुई हैं जब कैप्टन कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। इसीलिए यह कयास लगाए जा रहे हैं कि कैप्टन सिंह भाजपा में शामिल होने का विचार कर सकते हैं।

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मंगलवार को पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू ने अचानक इस्तीफा दे दिया था। समझा जाता है कि मंगलवार को पंजाब में नये मुख्यमंत्री चन्नी के मंत्रियों के विभागों की घोषणा के बाद ही सिद्धू के अचानक इस्तीफे के बाद बनी राजनीतिक परिस्थितियों के कारण कल ये मुलाकात नहीं हुई थी।

लेकिन बुधवार शाम कैप्टन के अमित शाह के घर जाने की भनक मिलते ही कांग्रेस में सियासी बवंडर उठने लगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने एक संवाददाता सम्मेलन बुला कर पार्टी संगठन की अधोगति पर पार्टी नेतृत्व को कठघरे में खड़ा किया और स्थिति पर विचार के लिए कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक तुरंत बुलाने की मांग की।

पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने भी पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र लिख कर कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक तत्काल बुलाने का आग्रह किया है।

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