स्पेशल डेस्क
नयी दिल्ली। बिहार में चमकी बुखार का खौफ लगातार बढ़ रहा है। उधर स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाओं के मोर्चे पर एक रिपोर्ट सामने आयी है जिसे देखकर एक बार फिर बिहार बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और ओडिशा में स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाओं को लेकर सवाल उठाया जा सकता है। दरअसल इन राज्यों को लेकर एक तुलनात्मक रिपोर्ट सामने आई है जिससे ये पता चला है कि स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाओं के मोर्चे पर फेल साबित हुआ है।
दूसरी ओर स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाओं के मोर्चे पर रियाणा, राजस्थान और झारखंड में अब हालात पहले से अच्छे हुए है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा विश्वबैंक के तकनीकी सहयोग से तैयार नीति आयोग की ‘स्वस्थ्य राज्य प्रगतिशील भारत’ शीर्षक से जारी रिपोर्ट में राज्यों की रैंकिंग से इस बात का खुलासा हुआ है।
रिपोर्ट के अनुसार संदर्भ वर्ष 2015-16 की तुलना में 2017-18 में स्वास्थ्य क्षेत्र में बिहार का संपूर्ण प्रदर्शन सूचकांक 6.35 अंक गिरा है। इसी दौरान उत्तर प्रदेश के प्रदर्शन सूचकांक में 5.08 अंक, उत्तराखंड 5.02 अंक तथा ओडि़शा के सूचकांक में 3.46 अंक की गिरावट आयी है।
रिपोर्ट के अनुसार संदर्भ वर्ष 2015-16 की तुलना में 2017-18 में स्वास्थ्य क्षेत्र में बिहार का संपूर्ण प्रदर्शन सूचकांक 6.35 अंक गिरा है। कुल मिलाकर बिहार में अब भी जो हालात है वह सचमुच में खराब है। चमकी बुखार से वहां पर मौत का खेल जारी है और सरकार इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।