जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे आखिर कहां है। इसको लेकर अभी तक कोई सूचना नहीं है। विकास दुबे यूपी पुलिस की गिरफ्त में अभी तक नहीं आया है। पुलिस विकास को पकडऩेके लिए पूरा जोर लगा रही है लेकिन वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहा है।
पुलिस और विकास के बीच चूहे-बिल्ली का खेल अब तक जारी है। हालांकि सूचनाओं के आधार पर पुलिस लगातार दबिश दे रही है, लेकिन वह पुलिस को मात देने में लगातार कामयाब हो रहा है। फिलहाल ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि विकास संभवत एनसीआर के कई इलाकों में छिपा हुआ है। हालांकि जानकारी मिल रही है कि वारदात के बाद से विकास दुबे दो दिनों तक कानपुर में ही मौजूद था।
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बता दें कि पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर उसके साथियों को दबोचा है। इसमें फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने विकास के दो साथियों को गिरफ्तार किया है। विकास के करीबी प्रभात ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि घटना वाली रात में वह विकास के घर पर था और उसने भी फायरिंग की थी। प्रभात ने बताया कि शूटआउट के दो दिन बाद तक विकास और वह घटनास्थल से करीब तीन किमी दूर शिवली में ही थे।
उधर विकास दुबे को लेकर एक और बड़ी खबर आ रही है। कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के कानुपर में 8 पुलिसवालों की हत्या का आरोपी फरार गैंगस्टर विकास दुबे पर सरेंडर कर सकता है। माना जा रहा है कि विकास दुबे कुछ घंटों में मीडिया के सामने सरेंडर कर सकता है।
इस वजह से पुलिस ने नोएडा फिल्म सिटी को चारों ओर घेर लिया गया है। विकास के मीडिया के माध्यम से आत्मसमर्पण करने की बात सामने आने के बाद से ही पुलिस वहां पर हर वाहन की चेकिंग कर रही है। इतना ही नहीं पुलिस फिल्म सिटी के बाहर बड़ी संख्या में तैनात है। शाम से ही पूरे इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है और हर गाडिय़ों की चेकिंग की जा रही है।
बता दें कि मंगलवार को फरीदाबाद के बडख़ल चौक के पास एक होटल में विकास दुबे और उसके दो गुर्गों के छिपे होने के खबर पर अचानक कई थानों और क्राइम ब्रांच की टीमें पहुंच गई। होटल कर्मियों को अंदर लेकर तलाशी ली गई लेकिन पुलिस को कमरे खाली ही मिले। इसके बाद पुलिस ने जांच के लिए रजिस्टर और सीसीटीवी के डीवीआर को कब्जे में ले लिया।
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फरीदाबाद के इस होटल में जब पुलिस अधिकारी पहुंचे तो होटल मैनेजर से पूछताछ करने के अलावा कुछ नहीं कर सके। यहां पता चला कि वह एक दिन पहले ही इस होटल में आया था। ऐसा कहा जा रहा है कि हिस्ट्रीशीटर विकास फरीदाबाद में रहने वाले अपने एक परिचित की मदद से दिल्ली की कोर्ट में समर्पण करने की तैयारी में था।
एसटीएफ और हरियाणा पुलिस को मंगलवार शाम इस बारे में भनक लगी लेकिन इन टीमों के पहुंचने से पहले एक बार फिर विकास दुबे का नेटवर्क भारी पड़ गया और वह वहां से फरार हो गया। हालांकि दिल्ली, हरियाणा और यूपी सीमा पर नाकेबंदी कर दी गई थी। कानपुर के बिकरू में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर भागे विकास दुबे पर ढाई लाख रुपये इनाम घोषित किया जा चुका है। साथ ही उसे पकडऩ़े के लिए एसटीएफ और पुलिस की दर्जनों टीमें पांच दिन से लखनऊ, दिल्ली, राजस्थान और नेपाल सीमा पर छापेमारी कर रही है।