जुबिली न्यूज डेस्क
लखनऊ. चित्रकूट जेल में बंद अब्बास अंसारी से उसकी पत्नी की अवैध मुलाकात मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. मामले में चित्रकूट कोतवाली में गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है. विधायक अब्बास अंसारी, उसकी पत्नी निकहत बानो, ड्राइवर नियाज, जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर, डिप्टी उप कारागार अधीक्षक सुशील कुमार, कांस्टेबल जगमोहन और ड्यूटी पर तैनात जेल कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. सब इंस्पेक्टर श्यामदेव सिंह ने यह एफआईआर दर्ज कराई गई है.
गवाहों और अफसरों को धमकाने का आरोप
एफआईआर के मुताबिक रोज दिन में 11 बजे निकहत जेल में अब्बास अंसारी से मुलाकात करने जाती थी. रोजाना 3 से 4 घंटे तक दोनों की जेल में मुलाकात होती थी. पत्नी के मोबाइल से गवाहों और अफसरों को धमकाने का आरोप भी लगा है. आरोप है कि जेल अफसरों और कर्मचारियों ने तमाम तरह की मदद और आराम अब्बास अंसारी को मुहैया कराया. डीजी जेल आनंद कुमार ने बताया कि मामले में सख्त विधिक कार्रवाई की जाएगी.
बिना एंट्री को हो रही थी मुलाक़ात
बता दे कि एफआईआर के मुताबिक जेल प्रशासन के साथ सांठगांठ के तहत मुलाक़ात पिछले कई दिनों से हो रही थी. मुलाकात के लिए रजिस्टर में भी कोई एंट्री नहीं होती थी. डीएम और एसपी के छापे में इस बात का खुलासा हुआ. जिसके बाद निकहत को जेल के गेट से गिरफ्तार कर लिया गया.
अफसरों और गवाहों को धमाका रहा था अंसारी
गौरतलब है कि चित्रकूट के एसपी और डीएम ने प्राइवेट वाहन से पहुंचकर जेल में छापा मारा था. छापे के दौरान अब्बास अंसारी अपनी बैरक में नहीं मिला था. अब्बास अंसारी और निकहत बानो जेल अधीक्षक दफ्तर के बगल वाले कमरे में पाए गए. निकहत के पास से दो मोबाइल, गहने, 21000 रुपये और 12 रियाल बरामद हुए हैं.
निकहत बानो पुलिस को बताया प्लान
निकहत बानो पर सबूत मिटाने का भी आरोप लगा है. निकहत ने मोबाइल का कुछ डाटा भी डिलीट किया। पूछताछ में निकहत ने बताया कि अब्बास अंसारी पुलिस अफसरों, गवाहों और अभियोजन के अफसरों की हत्या की योजना बना रहा था. जो गवाह बात ना माने उसको खत्म करने का भी प्लान था.
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