जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। प्रदेश के विद्युत राज्यमंत्री रमाशंकर सिंह पटेल के गृह जनपद मिर्जापुर में बिजली विभाग का अनोखा खेल चल रहा है। सिटी विकास खण्ड के महुवारी कला गांव में स्थिति यह है कि वहां पर पोल हैं न तार और बिजली का बिल हजार पार मिल रहा है।
ग्रामीणों के धरना प्रदर्शन के बावजूद भी हालात नहीं बदले। अब विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि कैंप लगाकर जांच की जाएगी और उनका बिल निरस्त किया जाएगा।
ये भी पढ़े: होमगार्ड वेतन घोटाले का मास्टरमाइंड लखनऊ से गिरफ्तार
यूपी सरकार की सौभाग्य योजना सिटी विकास खण्ड के गांव बघेलपुर महुवारी कला के बाशिंदो के लिए दुर्भाग्य योजना बन कर रह गई है। बस्ती में न पोल है न बिजली के तार लेकिन बिल हजारों में आ रहा है।
ये भी पढ़े: अवैध कॉलोनियों को मिली केंद्र से मंजूरी, 79 गांवों का होगा शहरीकरण
चार माह से बिजली का बिल आने से परेशान ग्रामीण अधिकारियों के यहां चक्कर लगा रहे हैं। जबकि बस्ती के लोगों की रात ढिबरी में कट रही है।
ग्रामीण अवधेश हरिनाथ पाल का कहना है कुछ महीने पहले प्रधान ने जहां पर बिजली आने की खुशखबरी देते हुए, गांव में सर्वे भी कराया था। जिसके दौरान सबसे आधार कार्ड भी लिया गया था, लेकिन यहां पर बिजली तो नहीं आई पर सबके घर पर 4 महीने से बिल जरूर आ रहा है।
ये भी पढ़े: GPF महा घोटाला : शिक्षकों की जमा पूंजी पर कौन कर रहा घपलेबाजी
जिससे सभी ग्रामीणों ने मिलकर फतहा के बिजली विभाग अधिकारियों से बताया तो उन्होंने इसके जांच का आश्वासन दिया था, पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। ग्रामीणों के घर पर ढिबरी से सभी बच्चे पढ़ रहे हैं और अपना काम कर रहे हैं। बस्ती के लोग अधिकारियों के यहां चक्कर लगाकर थक गए हैं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
किया जाएगा बिल को निरस्त- मुख्य अभियंता वितरण
बिना बिजली कनेक्शन के हजारों का बिल आने की बात पर सफाई देते हुए बिजली विभाग के अधिकारी आर.के. श्रीवास्तव ने कहा कि बिजली का मीटर लगाने के लिए एक संस्था को कहा गया था। उसके द्वारा मीटर लगाया गया होगा। अब पोल, तार व ट्रांसफार्मर की जांच करा करके उनके बिल को निरस्त करने की कार्रवाई कैंप लगाकर की जाएगी।
ये भी पढ़े: सुस्ती से नौकरियों पर गहराया संकट, यहां 35 लाख हुए बेरोजगार