- पीएम बोले- आपके उत्साह से जीतेंगे कोरोना से जंग
- पीएम मोदी का नया नारा-जन से जग तक 6 राज्य लॉकडाउन को जारी रखने के पक्ष में
- शिवराज बोले-ग्रीन और ऑरेंज जोन में शुरू हो आर्थिक गतिविधि
- ग्रीन जोन में शुरू हो उद्योग धंधे : उद्धव
- ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर लगाया भेदभाव का आरोप
स्पेशल डेस्क
देश में कोरोना के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। अभी तक लॉकडाउन लगा हुआ है और 17 मई को खत्म होगा या नहीं इसको लेकर मंथन जारी है। पीएम मोदी ने सोमवार की दोपहर से इस पूरे मामले पर राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ घंटो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की है। हालांकि लॉकडाउन को लेकर अभी कोई फैसला नहीं किया गया है लेकिन पीएम मोदी ने इस बैठक के अंत में एक नारा भी दिया है और कहा है कि जन से जग तक।
उन्होंने कहा कि जिस तरह विश्वयुद्ध के बाद दुनिया बदल गई थी उसी तरह कोरोना के बाद बी दुनिया बदलेगी। इस बैठक में राज्य के मुख्यमंत्रियों ने अपनी अलग-अलग राय रखी है। बिहार व पंजाब समेत छह राज्य के मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन को आगे बढ़ाने को कहा है लेकिन गुजरात सरकार इसका विरोध किया है।
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तेलंगाना, बिहार, पंजाब, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों ने कोरोना वायरस को देखते हुए लॉकडाउन को आगे बढ़ाने के पक्ष
में नजर आये लेकिन गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी इसके खिलाफ नजर आये हैं।
बैठक खत्म होने पर पीएम मोदी ने एक नारा दिया और कहा है कि कोरोना को परास्त करने के लिए जन से जग तक की भागीदारी जरूरी है। यानी कि इसमें हर एक व्यक्ति को सहयोग करना पड़ेगा।
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पीएम मोदी ने बैठक में मुख्यमंत्रियों से कहा कि आप लोगों के उत्साह की बदौलत हम ये लडाई जीतेंगे। पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि जो लोग पूरी बात नहीं रख पाए हैं वो अपने सुझाव 15 मई तक भेज दें और भी आर्थिक गतिविधियां कैसे चालू हो उस पर हम विचार कर रहे हैं। पीएम ने ये भी कहा कि कोरोना के खात्मे के बाद के बाद एक नई जीवनशैली विकसित होगी। उन्होंने कहा कि देश में पर्यटन की असीम संभावनाएं है उसको भी नए नजरिए ये देखना होगा।
किसने क्या कहा
पीएम की इस बैठक में ममता बनर्जी भी शामिल थी लेकिन ममता बनर्जी का केंद्र पर कोरोना के बहाने राजनीति करने का आरोप लगाया है और उन्होंने कहा कि केंद्र रोज कई गाइडलाइन भेजता है, हम पढऩे और फॉलो करने में थक जाते हैं।
इतना ही नहीं कहा तो यह भी जा रहा है कि ममता ने कहा कि केंद्र सरकार सब कुछ पहले ही तय कर लेती है, हमसे तो कभी पूछा तक नहीं जाता है। उन्होंने कहा कि कोरोना को रोकना है लॉकडाउन का सख्ती से पालन हो लेकिन दूसरी ओर ट्रेन सेवाएं बहाल हो गई है। उन्होंने इशारों में केंद्र को एक बार फिर घेरने की कोशिश की है।
उधर बैठक में चर्चा के दौरान तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ट्रेन शुरू करने के फैसले पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि अगर ट्रेन सेवा शुरू होती है तो कोरोना के मामले बढ़ सकते हैं। इस वजह से स्क्रीनिंग करना मुश्किल हो सकता है। ट्रेन सेवा को शुरू नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि हम चाहते हैं कि केन्द्र पर्याप्त रणनीति तैयार करें और ट्रेन सेवा को रोका जाना चाहिए।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस अवसर पर केंद्र से कहा कि उन्हें कंटेनमेंट जोन को छोडक़र बाकी दिल्ली में आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने के लिए पीएम से इजाजत मांगी है। उन्होंने दिल्ली रेड जोन है लेकिन जिलेवार रेड जोन में छूट दी जानी चाहिए और केवल सिर्फ कंटेनमेंट जोन को रेड जोन में लाया जाए और बाकी दिल्ली को ग्रीन जोन घोषित किया जाए।