जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी रॉ (RAW) के मुखिया सामंत कुमार गोयल से मुलाक़ात के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी.शर्मा ओली के तेवर नरम पड़ गए हैं. ओली ने सोशल मीडिया पर नेपाल का पुराना नक्शा शेयर कर दिया है. इस पुराने नक़्शे में लिपुलेख, लिम्पियाधुरा और कालापानी नज़र नहीं आ रहे हैं.
प्रधानमन्त्री ने यह नक्शा शेयर किया तो विपक्ष ने उन्हें घेरा. विपक्ष के रुख को देखने के बाद पीएम ओली ने कहा कि यह नक्शा छोटा है इसलिए शेयर कर दिया. इस नक़्शे को शेयर किये जाने की वजह से ओली सोशल मीडिया पर ट्रोल भी हो रहे हैं.
नेपाली कांग्रेस के नेता गगन थापा ने कहा कि व्यक्तिगत रूप से ओली कोई भी नक्शा शेयर करें लेकिन प्रधानमन्त्री के रूप में उन्हें वही नक्शा लगाना होगा जिसे संसद ने पास किया है.
यह भी पढ़ें : अगले महीने से शुरू हो सकता है ब्रिटेन में वैक्सीन का टीकाकरण
यह भी पढ़ें : इन देशों में कैसे मिलता है इतना सस्ता सोना
यह भी पढ़ें : ओबामा ने ट्रम्प को ऐसा क्यों कहा- ‘वो देश को क्या संभालेगा’
यह भी पढ़ें : पाक आतंकियों का भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर रहा है चीन
नक़्शे को लेकर विवाद बढ़ा तो सरकार ने स्पष्ट किया कि कालापानी क्षेत्र को लेकर नेपाल का दावा अपनी जगह पर बरकरार है. सरकार ने लोगों से कहा है कि वह विपक्ष के दुष्प्रचार में न आयें.