न्यूज डेस्क
फिल्म अभिनेता इरफान खान का 53 साल की उम्र में निधन हो गया। बॉलीवुड एक्टर इरफान खान के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने कहा कि इरफान खान का निधन सिनेमा और रंगमंच की दुनिया के लिए एक क्षति है।
Irrfan Khan’s demise is a loss to the world of cinema and theatre. He will be remembered for his versatile performances across different mediums. My thoughts are with his family, friends and admirers. May his soul rest in peace.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 29, 2020
ये भी पढ़े: अलविदा सूजी सी आंखों वाले जादूगर
बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुके इरफान की तबीयत अचानक खराब हो गई, जिसके बाद मंगलवार को उन्हें मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इरफान कैंसर से पीड़ित थे और कुछ महीने पहले ही लंबे समय तक विदेश में इलाज कराके लौटे थे। आखिरी बार वो फिल्म ‘अंग्रेजी मीडियम’ में नजर आए थे।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘इरफान खान का निधन सिनेमा और रंगमंच की दुनिया के लिए एक क्षति है। उन्हें विभिन्न माध्यमों में उनके बहुमुखी प्रदर्शन के लिए याद किया जाएगा। मेरे विचार उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के साथ हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।’
जानकारी के अनुसार डॉक्टरों की जांच के बाद उनके पार्थिव शरीर को अस्पताल से सीधे वार्सोवा के कब्रिस्तान ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा।
ये भी पढ़े: अपनी बीमारी के बारे में क्या लिखा था इरफान ने
7 जनवरी 1967 को जन्मे इरफान खान बालीवुड की 30 से अधिक फिल्मों मे अभिनय कर चुके हैं। इरफान हॉलीवुड मे भी एक जाना पहचाना नाम हैं। वह ए माइटी हार्ट, स्लमडॉग मिलियनेयर और द अमेजिंग स्पाइडर मैन फिल्मों मे भी काम कर चुके हैं। उन्हें 2011 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
इस बीमारी से जूझ रहे थे इरफान
इरफान खान 2018 से न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर नामक बीमारी से जूझ रहे थे। ये एक तरह की रेयर बीमारी है, जो शरीर के कई अंगों पर गंभीर असर डालती है। वहीं हाल में उन्हें हुए संक्रमण कोलोन इंफेक्शन का ताल्लुक पेट से है। न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर एक ऐसी अवस्था है जिसमें नर्वस सेल्स का निर्माण करने वाले हार्मोन में न्यूरोएंडोक्राइन कोशिकाएं असामान्य गति से बढ़ने लगती हैं।
इन कोशिकाओं का नर्व कोशिकाओं और हार्मोन्स दोनों से ताल्लुक होता है। यानी कोशिकाओं की असामान्य ग्रोथ से बने ट्यूमर से हार्मोन्स का स्त्रावण भी प्रभावित होता है। यानी इसका पहला असर उन ब्लड सेल्स पर होता है, जो खून में हॉर्मोन्स का स्त्राव करती हैं।