न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव के प्रचार खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के दो दिवसीय दौरे पर हैं। अपने दौरे के तहत आज पीएम मोदी केदारनाथ पहुंचे और बाबा केदरनाथ के दर्शन किए। इसके बाद 19 मई को वे बद्रीनाथ जाएंगे।
ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ धाम की ऊंचाई समुद्र तल से 11,700 फीट है, जबकि मंदिर परिसर से डेढ़ किमी दूर बनी ध्यान गुफा की ऊंचाई करीब 12,250 फीट है। हालांकि 18 मई को केदारनाथ और बद्रीनाथ में बारिश होने का अनुमान है। लेकिन इससे पीएम के कार्यक्रम पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
#WATCH Prime Minister Narendra Modi reviews redevelopment projects in Kedarnath. #Uttarakhand pic.twitter.com/cFMH9PqVyC
— ANI (@ANI) May 18, 2019
मंदिर में पूजा अर्चना के बाद प्रधानमंत्री ने स्थानीय अधिकारियों से वहां के कामकाज और चल रही योजनाओं के बारे में जानकारी ली।
पीएम मोदी केदारनाथ के मंदिर के भीतर काफी देर तक साधना की। इसके बाद पुजारी ने उन्हें रुद्र की माला पहनाई और माथे पर चंदन लगाया। मंदिर के पुजारी ने उन्हें शॉल भी पहनाई। इसके बाद प्रधानमंत्री केदारनाथ में बनी गुफा में ध्यान करेंगे।
वहीं, इस बीच चुनाव आयोग की नजर पीएम मोदी की इस यात्रा पर बनी हुई है। गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने मोदी की शनिवार और रविवार को उत्तराखंड स्थित केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम की यात्रा करने की अनुमति दे दी है। लेकिन आयोग ने प्रधानमंत्री कार्यालय को यह भी याद दिलाया है कि आदर्श आचार संहिता अभी भी लागू है।
लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए गुरुवार को चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद पीएम मोदी ने धार्मिक यात्रा पर जाने का फैसला लिया, लेकिन उनकी यात्रा से पहले प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को याद दिलाया गया कि लोकसभा चुनाव 2019 के लिए लागू आदर्श आचार संहिता अभी भी प्रभावी है।
जानकारी के अनुसार, पीएमओ ने पीएम मोदी की दो दिवसीय उत्तराखंड यात्रा पर चुनाव आयोग का रुख पूछा था। पूरे मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि चूंकि यह आधिकारिक यात्रा है, इसलिए आयोग ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को सिर्फ यह याद दिलाया कि लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ 10 मार्च से लागू हुई आदर्श आचार संहिता अभी भी प्रभावी है।