न्यूज़ डेस्क
आखिरकार महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बाद शिवसेना ने सरकार बना ली। शिवसेना, एनसीपी-कांग्रेस के गठबंधन के शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ गुरुवार को ली। शिवसेना का सीएम बनने के बाद ऐसा लगने लगा है कि पार्टी का मिजाज कुछ बदल सा गया है।
ऐसा इसलिए कि पिछले कुछ दिनों से शिवसेना का मुख पत्र सामना रोजाना बीजेपी और मोदी सरकार की आलोचना करने से थकता नहीं था। लेकिन जैसे ही महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार बनी वैसे ही सामना के संपादकीय में पीएम नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की गई है।अखबार में लिखा गया है कि उद्धव ठाकरे और मोदी भाई-भाई है।
मोदी और उद्धव को बताया भाई
शुक्रवार को शिवसेना का मुख पत्र सामना ने लिखा कि ‘महाराष्ट्र की राजनीति में भले ही भाजपा-शिवसेना में अन-बन है, लेकिन नरेंद्र मोदी और उद्धव ठाकरे का रिश्ता भाई-भाई का है। इसी वजह से महाराष्ट्र के छोटे भाई उद्धव को पीएम के रूप में साथ देने की जिम्मेदारी मोदी की है। पीएम पूरे देश का होता है एक पार्टी का नहीं।
सामना में आगे लिखा गया कि, ‘महाराष्ट्र में नई सरकार और उद्धव को मुख्यमंत्री बनने की शुभकामनाएं प्रधानमंत्री मोदी ने दी हैं। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाराष्ट्र का विकास तीव्र गति से होगा। इसके लिए केंद्र की नीति सहयोग वाली होनी चाहिए।’
पिछली सरकार ने छोड़ा पांच लाख करोड़ का कर्ज
सामना ने पीएम मोदी की तो तारीफ की लेकिन महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस पर हमलावर ही रहा। सामना में लिखा गया कि पिछली सरकार पांच साल रही और पांच लाख करोड़ का कर्जा रखा दिया। अखबार ने लिखा है, ‘उद्धव ठाकरे की सरकार सत्य और न्याय की सारी कसौटियों पर उतरेगी। और पूरे पांच साल स्थिरता से काम करेगी।
फडणवीस सरकार ने पिछले पांच साल में राज्य पर पांच लाख करोड़ का कर्ज छोड़ कर गयी है। इसलिए नए मुख्यमंत्री ने जो संकल्प लिया है, उस पर तेजी से लेकिन सावधानी पूर्वक कदम रखना होगा।