जुबिली न्यूज डेस्क
अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को पहली बार श्रीनगर में रैली कर रहे हैं. उपराज्यपाल प्रशासन की ओर से सरकारी कर्मचारियों को इस जनसभा में शामिल होने को कहा जा रहा है. गुरुवार सुबह से श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं.
इस पर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “सरकारी कर्मचारियों को ज़ीरो से भी कम तापमान में सुबह पांच बजे बडगाम बस स्टैंड पर गाड़ियों में भरकर प्रधानमंत्री की रैली में ले जाया जा रहा है.”
महबूबा लिखती हैं, ”यह देखकर निराशा होती है कि कर्मचारियों को एक मनोहर तस्वीर पेश करने के लिए जबरन लामबंद किया जा रहा है. ये दिखाया जा रहा है कि 2019 के बाद सब कुछ ठीक है और यहां के लोग अधिकार छीने जाने और अपमान का जश्न मना रहे हैं.”
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“ये पहले जो होता था उससे बिलकुल अलग है. जब कश्मीर में चरपमंथ उफ़ान पर था तो भी वाजपेयी जी और डॉ. मनमोहन सिंह जी जैसे पूर्व प्रधानमंत्रियों की यात्राओं में आम लोग बड़े उत्साह से पहुंचते थे और आशा लेकर लौटते थे.”
घावों पर नमक छिड़कने के लिए होगा
महबूबा लिखती हैं, ” इस बार कश्मीरियों को पता है कि बख्शी स्टेडियम में जो कुछ भी कहा जाएगा वह उनके घावों पर नमक छिड़कने के लिए होगा. अनुच्छेद 370 को अवैध रूप से खत्म करने के तथाकथित फ़ायदों को दिखाने के लिए होगा. ये यात्रा सिर्फ़ इसलिए की जा रही है ताकि भारत के बाक़ी हिस्सों में लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र बीजेपी के गढ़ में लोगों को संबोधित किया जा सके और समर्थन जुटाया जा सके”