जुबिली न्यूज डेस्क
पिछले एक साल से अधिक समय से कोरोना ने पूरी दुनिया में भयानक तबाही मचाई है। इसकी वजह से हर तरह की गतिविधियों पर रोक लग गई। लेकिन जैसे जैसे कोरोना का संक्रमण कम हुआ लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली है। देश में भी कोरोना का संक्रमण काफी हद तक कम हुआ है।
कोरोना की वजह से देश के पीएम नरेन्द्र मोदी ने पिछले 497 दिनों में एक भी विदेशी दौरे नहीं किये लेकिन अब उनका ये यात्रा फिर से शुरू होने जा रहा है। जी हां पीएम मोदी 26-27 मार्च को बांग्लादेश के दौरा करेंगे। पीएम का ये दौरा काफी महत्वपूर्ण है। इसके पीछे तीन बड़ी वजह बताई जा रही है। इससे पहले नवंबर 2019 में प्रधानमंत्री ब्राजील के दौरे पर गए थे ।
पहला वजह ये है कि इन दिनों बांग्लादेश अपनी स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ मना रहा है। इसके बाद दूसरा- बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान का जन्म शताब्दी वर्ष है। और तीसरी और अंतिम वजह ये है कि भारत-बांग्लादेश के बीच कूटनीतिक रिश्तों का ये 50वां वर्ष है।
भारत की नेबरहुड फर्स्ट और एक्ट ईस्ट पॉलिसी के तहत दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत हुए हैं।कोरोना काल में भारत अब तक बांग्लादेश को 90 लाख कोरोना वैक्सीन के डोज दे चुका है,जोकि ये सबसे बड़ी खेप है जो भारत किसी अन्य देश को दे रहा है। उनके इस दौरे में बांग्लादेश की राजधानी ढाका और पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के बीच यात्री ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखायी जा सकती है।
इससे पहले पिछले साल दिसंबर 2020 में पीएम मोदी और पीएम शेख हसीना ने पश्चिम बंगाल के हल्दीबाड़ी और बांग्लादेश के चिलाहाटी के बीच 55 साल बाद रेल लिंक को हरी झंडी दिखायी थी।जोकि 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में टूट गया था, जो 2020 के अंत में जुड़ गया।
बता दें कि पिछले साल दिसंबर 2020 में ही शेख हसीना के साथ वर्चुअल समिट में पीएम मोदी ने अपने बांग्लादेश दौरे की घोषणा कर दी थी। इस दौरे की तैयारियों को देखते हुए पहले जनवरी 2021 में बांग्लादेश के विदेश सचिव मसूद बिन मोमेन भारत आए, और अब भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर बीते दिन बांग्लादेश के एक दिन के दौरे पर गए थे।