जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (28 मई) को चक्रवाती तूफान ‘‘यास” से प्रभावित ओडिशा और पश्चिम बंगाल के विभिन्न इलाकों का दौरा करेंगे और दोनों ही राज्यों में इससे हुए नुकसान की समीक्षा भी करेंगे।
जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री सबसे पहले ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर पहुंचेंगे जहां वह एक समीक्षा बैठक करेंगे। इसके बाद वह ओडिशा के बालासोर और भद्रक तथा पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिलों के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।
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दिल्ली लौटने से पहले प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल में एक समीक्षा बैठक करेंगे। चक्रवाती तूफान ‘यास’ के बुधवार को देश के पूर्वी तटों से टकराने के बाद भारी बारिश हुई। चक्रवात के दौरान 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए, खेतों में पानी भर गया। चक्रवात से जुड़ी घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई जबकि इसके कारण ओडिशा, पश्चिम बंगाल ओर झारखंड में 21 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
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चक्रवात के कारण ओडिशा में तीन लोगों और पश्चिम बंगाल में एक व्यक्ति की मौत हो गयी। पश्चिम बंगाल सरकार ने दावा किया है कि इस प्राकृतिक आपदा के कारण कम से कम एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं।
‘ताऊते’ के बाद एक सप्ताह के भीतर देश के तटों से टकराने वाला ‘यास’ दूसरा चक्रवाती तूफान है। तूफान से ओडिशा में तीन और बंगाल में एक की मौत हुई बताई जा रही है। वहीं तूफान यास बुधवार शाम से कमजोर होकर ‘गहरे दबाव’ में तब्दील होकर अब झारखंड और बिहार की ओर बढ़ रहा है।
मौसम विभाग के मुताबिक पिछले छह घंटे के दौरान दक्षिण झारखंड एवं इससे सटे उत्तर सुदूर ओडिशा से सात किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। यह दक्षिण झारखंड और इसके आस-पास 22.7 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 85.5 डिग्री पूर्वी देशांतर के पास जमशेदपुर से लगभग 70 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम और रांची से 70 किमी दक्षिण दक्षिण-पूर्व में केंद्रित है। ‘यास’ के उत्तर की ओर लगातार बढ़ने और अगले छह घंटों के दौरान ‘दबाव’ के तहत कमजोर पड़ने की संभावना है।