स्पेशल डेस्क
लखनऊ। भारत में कोरोना वायरस का कहर लगातार देखने को मिल रहा है। आखिर कार पूरे देश को लॉकडाउन करने का फैसला लिया गया है। पीएम मोदी 19 मार्च के बाद दोबारा आज देश को सम्बोधित करते हुए इस बात की जानकारी दी है और कहा कि भारत को 21 दिन तक लॉकडाउन किया जा रहा है।
उन्होंने देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए लॉकडाउन करने का बड़ा फैसला लिया है। इसके साथ आज रात 12 बजे से पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई है।
मोदी के अनुसार पूरा भारत 21 दिन लॉकडाउन रहेगा। मोदी ने कहा कि आने वाले 21 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, कोरोना वायरस की संक्रमण साइकिल तोडऩे के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है।
उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन करने के लिए लोगों से कहा है। पीएम ने कहा कि कुछ लोग इस गलतफहमी में हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग केवल बीमार लोगों के लिए आवश्यक है। ये सोचना सही नहीं। पीएम ले कहा कि कोरोना से बचने का इसके अलावा कोई तरीका नहीं है, कोई रास्ता नहीं है। कोरोना को फैलने से रोकना है, तो इसके संक्रमण की साइकिल को तोडऩा ही होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दो महीनों के अध्ययन से जो निष्कर्ष निकल रहा है, और एक्सपर्ट्स भी यही कह रहे हैं कि कोरोना से प्रभावी मुकाबले के लिए एकमात्र विकल्प है।
उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इस लॉकडाउन की एक आर्थिक कीमत देश को उठानी पड़ेगी, लेकिन एक-एक भारतीय के जीवन को बचाना इस समय मेरी, भारत सरकार की, देश की हर राज्य सरकार की, हर स्थानीय निकाय की, सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की लापरवाही, कुछ लोगों की गलत सोच, आपको, आपके बच्चों को,आपके माता पिता को, आपके परिवार को, आपके दोस्तों को, पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देगी।
उन्होंने कहा कि पिछले 2 दिनों से देश के अनेक भागों में लॉकडाउन कर दिया गया है। राज्य सरकार के इन प्रयासों को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए।
मोदी ने कहा कि कोरोना से बचने का सिर्फ एक ही उपाय है सोशल डिस्टेंसिंग। कोरोना को फैलने से रोकना है तो उसके संक्रमण की साइकिल को तोडऩा पड़ेगा। पीएम ने आगे कहा कि यदि लापरवाही जारी रही तो भारत को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी और इस का कोई अंदाजा भी नहीं है।