जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुख्यमंत्रियों संग बैठक की। मीटिंग के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हमारे सामने फिर भी चुनौतीपूर्ण स्थिति खड़ी हो गई है। इस स्थिति से उभरने के लिए मैं आप सभी से सुझाव देने का अनुरोध करता हूं।’ पीएम ने कहा कि कोरोना को रोकने के लिए टेस्ट, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट की बड़ी भूमिका है।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं आप सभी से COVID-19 परीक्षण पर जोर देने की अपील करता हूं। हमारा लक्ष्य 70% आरटी-पीसीआर परीक्षण करना है। सकारात्मक मामलों की संख्या अधिक होने दें, लेकिन अधिकतम परीक्षण करें।
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पीएम ने कहा कि इस दौरान लॉकडाउन लगाने की जरूरत नहीं है। फिलहाल नाइट कर्फ्यू ही काफी है। कोरोना को रोकने के लिए अधिक लोगों तक वैक्सीन पहुंचाना होगा। साथ ही उन्होंने युवाओं को चेताया कि अगर युवा साथ दें तो कामयाबी पक्की है।
11 अप्रैल यानि ज्योतिबा फुले जी की जन्म-जयंती से लेकर 14 अप्रैल, बाबासाहेब की जन्म-जयंती के बीच हम सभी 'टीका उत्सव' मनाएं।
एक विशेष अभियान चलाकर ज्यादा से ज्यादा Eligible लोगों को वैक्सीनेट करें। pic.twitter.com/Xk6V9z1ECZ
— Narendra Modi (@narendramodi) April 8, 2021
टीकाकरण अभियान के लिए युवा आगे आएं। 11-14 अप्रैल को टीकाकरण अभियान मनाएं। पीएम मोदी ने कहा कि वैक्सीन लगाने के बाद नियमों का पालन करना अनिवार्य, इनमें लापरवाही न बरतें। समाज के प्रभावी लोग वैक्सीन के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि दवाई के साथ कढ़ाई भी, दोनों का करना होगा पालन।
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पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए फिर से युद्ध स्तर पर काम करना जरूरी है। तमाम चुनौतियों के बाद भी हमारे पास पहले की अपेक्षा बेहतर अनुभव और संसाधन हैं और वैक्सीन भी हमारे पास है।
महामारी पर राजनीति मैं पहले दिन से ही देख रहा हूं, देश के लोगों की सेवा करना हमारी जिम्मेदारी है, मैं इस पर मुंह नहीं खोलना चाहता हूं। जो राजनीति कर रहे हैं वे कर ही रहे हैं, हमें इस पर कुछ कहना नहीं है। सभी सीएम अपने राज्य की स्थिति को बदलने को लेकर सामने आएंगे।
पीएम ने कहा कि दुनिया भर में रात्रि कर्फ्यू को स्वीकार किया है, इसे अब हमें नाईट कर्फ्यू को कोरोना कर्फ्यू के नाम से याद रखना चाहिए। वहीं उन्होंने कहा कि कोरोना से रोकथाम के लिए माइक्रो कन्टेनमेंट ज़ोन पर फोकस जरुरी है। पीएम ने कहा कि इस बार हमारे पास कोरोना से लड़ने के लिए सभी उपाय मौजूद हैं। अब तो वैक्सीन भी है। वहीं पीएम ने नाराजगी जताते हुए कहा कि पहले के मुकाबले लोग इस बार काफी केयरलेस हो रहे हैं।
पीएम ने कहा कि वैक्सीन लगवाने के बाद भी हमें सख्ती बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि वैक्सीन के बाद भी मास्क और सावधानी बरतना जरुरी है। लोगों को भयभीत नहीं होना है। पीएम ने कहा कि शुरुआती लक्षण दिखते ही सभी लोग टेस्टिंग जरुर कराएं।
Test.
Track.
Treat.
Follow COVID appropriate behaviour.
Focus on COVID management. pic.twitter.com/VH8JlFKq1m
— Narendra Modi (@narendramodi) April 8, 2021
बिना लक्षण वालों से कोरोना के फैलने का भी संदेह है। ऐसे में टेस्टिंग ही एक उपाय है। पीएम ने एक बार फिर दवाई भी कड़ाई भी की बात कहते हुए कहा कि जैसे हमने पिछली बार हमें कोरोना को कंट्रोल किया था वैसे ही इस बार भी इसे रोक लेंगे।
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Speaking at the meeting with Chief Ministers. https://t.co/oJ5bhIpdBE
— Narendra Modi (@narendramodi) April 8, 2021
इस मीटिंग में कोरोना की विकराल स्थिति और वैक्सीनेशन पर चर्चा हुई। मीटिंग के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कोरोना के मामले फिर से बढ़ने शुरू हो गए हैं। इसे हल्के में न ले और तत्काल उपाय आवश्यक हो गया है। उन्होंने कहा कि देश में 9 करोड़ से अधिक का टीकाकरण हो चुका है। 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों का टीकाकरण शीघ्र पूर्ण किया जाए।
बता दें कि इसस पहले पीएम मोदी ने 17 मार्च को मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था कि अगर इस बढ़ती हुई महामारी को यहीं नहीं रोका जाएगा तो देशव्यापी संक्रमण की स्थिति बन सकती है।
पिछले 24 घंटे में देश में 1,26,789 नए मामले दर्ज किए गए। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या एक करोड़ 29 लाख 28 हजार 574 हो गई है। वहीं 24 घंटे में 685 और मरीजों की मौत के साथ इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 1,66,862 हो गई है।
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