न्यूज डेस्क
पीएम मोदी ने साल 2019 में आखिरी बार अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम की शुरुआत उन्होंने देशवासियों को नए साल की शुभकामनाओं से की। उन्होंने कहा कि नए साल और नए दशक के लिए युवाओं को देश के विकास को गति देने के लिए एक संकल्प लेना चाहिए। बता दें कि ये पीएम मोदी के मन की बात का 60 वां संस्करण था।
‘मन की बात’ की दस बड़ी बातें
- अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि मैं सभी को 2020 के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। इस दशक में देश के विकास को गति देने में वे लोग सक्रिय भूमिका निभाएंगे, जिनका जन्म 21वीं सदी में हुआ है। जो इस सदी के महत्वपूर्ण मुद्दों को समझते हुए बड़े हो रहे हैं। युवाओं में अराजकता के प्रति नफ़रत है।
- उन्होंने कहा कि मेरा सुझाव है, क्या हम स्थानीय स्तर पर बने उत्पादों को प्रोत्साहन दे सकते हैं और अपनी खरीदारी में उन्हें प्राथमिकता दे सकतें हैं? हम इस भावना के साथ अपने साथी देशवासियों के लिए समृद्धि लाने का माध्यम बन सकते हैं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं के आदर्श स्वामी विवेकानंद जी के अनुसार, युवा वह है जो एनर्जी और डायनामिस्म से भरा है और बदलाव की ताकत रखता है। 12 जनवरी को विवेकानंद जयंती पर जब देश युवा-दिवस मना रहा होगा, तब प्रत्येक युवा इस दशक में अपने दायित्व पर चिंतन भी करे और कोई संकल्प भी अवश्य ले।
- इसरो के पास एस्ट्रोसैट नाम का एक एस्ट्रोनॉमिक सैटेलाइट है। सूर्य पर रिसर्च करने के लिए इसरो ‘आदित्य’ के नाम से एक दूसरा सैटेलाइट भी लॉन्च करने वाला है। खगोल विज्ञान को लेकर चाहे हमारा प्राचीन ज्ञान हो या आधुनिक उपलब्धियां, हमें इन्हें अवश्य समझना चाहिए।
- हम सबके लिए बहुत महत्वपूर्ण है कि देश के नागरिक आत्मनिर्भर बनें और सम्मान के साथ अपना जीवन यापन करें। मैं एक ऐसी पहल की चर्चा करना चाहूंगा। वो पहल है जम्मू-कश्मीर का ‘हिमायत’ कार्यक्रम। हिमायत कार्यक्रम स्किल डेवलपमेंट और रोजगार से जुड़ा है।
- पीएम मोदी ने कहा कि आपको ये जानकार अच्छा लगेगा कि हिमायत कार्यक्रम के अंतर्गत पिछले दो साल में 18 हजार युवाओं को अलग-अलग ट्रेड में ट्रेनिंग दी जा चुकी है। इनमें से करीब 5 हजार लोग अलग-अलग जगह जॉब कर रहे हैं और बहुत सारे स्वरोजगार की ओर आगे बढ़ रहे हैं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपील की कि 2022 में देश के लोग स्थानीय सामानों को खरीदने पर जोर दें। ये काम सरकारी नहीं होना चाहिए। देश के युवा छोटे-छोटे ग्रुप और संगठन बनाकर लोगों को स्थानीय सामान खरीदने पर जोर दें।
- मुझे विश्वास है कि भारत में ये दशक न सिर्फ युवाओं के विकास के लिए होगा, बल्कि युवाओं के सामर्थ्य से देश का विकास करने वाला भी साबित होगा। भारत को आधुनिक बनाने में युवा पीढ़ी की भूमिका बहुत बड़ी होने वाली है।
- पढ़ाई पूरी होने के बाद एल्युमिनी मीट एक बड़ा रोचक कार्यक्रम होता है। उन्होंने ने कहा कि यह कार्यक्रम पुराने दोस्तों से मिलने के लिए तो होता ही है और अगर इसके साथ कोई संकल्प जुड़ जाएं तो इसमें रंग भर जाता है।
- पीएम मोदी ने कहा है कि देश के युवाओं को अराजकता, अस्थिरता और जातिवाद से चिढ़ है। पीएम ने कहा कि आज का युवा जात-पात से ऊंचा सोचता है। ये युवा परिवाववाद और जातिवाद पसंद नहीं करते हैं।