प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र काशी में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की नींव रखी है। लोगसभा चुनाव से पहले अपने 19वें काशी दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब वह राजनीति में नहीं थे, तब भी यहां आते थे तो लगता था कि यहां कुछ करना चाहिए।
पीएम मोदी ने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर से गंगा नदी के बीच 40 हजार वर्गमीटर का कॉरिडोर तोहफा देने के बाद पंडित दीनदयाल हस्तकला संकुल पहुंचे।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर यहां उनके साथ राज्यपाल राम नाईक व सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी राष्ट्रीय आजीविका सम्मेलन में शामिल स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने पीएम मोदी के साथ संवाद किया। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने इनको संबोधित किया।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्षों से बाबा विश्वनाथ बंधे हुए थे, सांस भी नहीं ले पा रहे थे, लेकिन आज इस काम से उन्हें मुक्ति मिलेगी।
उन्होंने कहा कि “जब मैं राजनीति में नहीं था, तब भी सोचता था कि यहां कुछ करना चाहिए. लेकिन यह मेरे नसीब में ही लिखा था कि मेरे हाथ से ये काम हुआ. करोड़ों लोगों की आस्था के केंद्र काशी विश्वनाथ को मुक्त करने के पीएम के इस बयान पर काशी के विद्वत जनों में रोष है”।
काशी को क्योटो बनाने के क्रम में काशी विश्वनाथ मंदिर के विस्तारीकरण के लिए ललिता घाट से विश्वनाथ मंदिर तक दो सौ से अधिक भवनों को अधिग्रहित कर तोड़ा गया।
इनमें लगभग 50 की संख्या में प्राचीन मंदिर व मठ शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने 40 से अधिक प्राचीन मंदिर जिस पर लोगों का अतिक्रमण था उसे भी मुक्त कराया है।
यहां लगभग तीन सौ वर्षों के बाद विश्वनाथ की सुंदरीकरण का शुभारंभ हुआ है। याद कीजिए तीन सौ वर्षों तक किसी को फुर्सत नहीं थी।
आजादी के बाद भी किसी ने नहीं सुधि ली। गांधी ने भी गलियों पर टिप्पणी की थी। गंदगी को लेकर भी उन्होंने कहा था।
जिस प्रकार से काशी विश्वनाथ को सोमनाथ के भांति ही आगे बढाने का काम किया है। सैकडों वर्षों से काशी ही नहीं पूरी दुनिया के सनातन हिंदू इंतजार कर रहे थे। आपके साथ पीएम संवाद करने आए हैं।
महिलाओं को महिला दिवस की बधाई। पीएम ने मातृ शक्ति को सम्मान दिया है। पीएम ने उपहारों से मिली धनराशि गुजरात की कन्याओं की शिक्षा के लिए दान कर दिया। गुजरात के सरकारी कर्मियों के कन्याओं के लिए स्वयं के सेविंग को दान दिया।
कांग्रेस और गठबंधन के बीच आया ‘बदायूं’
पीएम ने पीएम के तौर पर मिले उपहारों की राशि से मां गंगा के नमामि गंगे मिशन को दान दिया है। हम गौरवान्वित हैं अपने नेता पर जिन्हें सियोल पीस पुरस्कार मिला उसे भी उन्होंने मां गंगा को दान कर दिया। संगम में आस्था की डुबकी लगाई और स्वच्छता कर्मियों के पैर धुलकर उनका भी सम्मान किया है।
स्वयं की बचत का हिस्सा भी पीएम ने उनको दिया हो। योजनाओं के माध्यम से पीएम मोदी ने मातृ शक्ति का सम्मान किया है।