जुबिली न्यूज़ डेस्क
राजधानी दिल्ली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज यानी गुरूवार को में नए संसद भवन का शिलान्यास और भूमि पूजन करेंगे। इस कार्यक्रम में कई राजनैतिक दलों के नेता, केन्द्रीय मंत्री और कई देशों के राजदूत शिरकत करेंगे। चार मंजिला नए संसद भवन का निर्माण 971 करोड रुपए की अनुमानित लागत से 64500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में किया जाएगा। इसका निर्माण कार्य भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ तक पूरा कर लिया जाएगा।
राजधानी दिल्ली में पीएम मोदी 12 बजकर 55 मिनट पर नए संसद भवन का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद एक बजे भूमि पूजन का कार्यक्रम होगा। वहीं 1:30 बजे सर्वधर्म प्रार्थना होगी। अंत में 2:15 मिनट पर प्रधानमंत्री लोगों को संबोधित करेंगे।
इस नए संसद भवन में प्रत्येक संसद सदस्य को पुनःनिर्मित श्रम शक्ति भवन में कार्यालय के लिए 40 वर्ग मीटर का स्थान उपलब्ध कराया जाएगा।इसका निर्माण 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। इस नए संसद बनवान के निर्माण प्रस्ताव को उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू एवं लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने क्रमशः राज्यसभा और लोक सभा में 5 अगस्त 2019 को किया था।
लोकसभा सचिवालय की ओर से एक विज्ञप्ति में कहा गया कि नए संसद भवन का डिजाइन अहमदाबाद के मैसर्स एचसीपी डिजाइन और मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया है। इसका निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। नए भवन को सभी आधुनिक दृश्य – श्रव्य संचार सुविधाओं और डाटा नेटवर्क प्रणालियों से सुसज्जित किया जाएगा।
नए भवन को सभी आधुनिक दृश्य- श्रव्य संचार सुविधाओं और डाटा नेटवर्क प्रणालियों से सुसज्जित किया जाएगा। यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि निर्माण कार्य के दौरान संसद के सत्रों के आयोजन में कम से कम व्यवधान हो और पर्यावरण संबंधी सभी सुरक्षा उपायों का पालन हो सके।
लोकसभा सचिवालय के अनुसार नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी। इसमें संयुक्त सत्र के दौरान 1224 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था भी होगी। इसी प्रकार, राज्य सभा कक्ष में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी।
इसके साथ ही इस नए संसद भवन में भारत की गौरवशाली विरासत को भी दर्शाया जाएगा। देश के कोने-कोने से आए दस्तकार और शिल्पकार अपनी कला और योगदान के माध्यम से इस भवन में सांस्कृतिक विविधता का समावेश करेंगे। नया संसद भवन अत्याधुनिक, तकनीकी सुविधाओं से युक्त और ऊर्जा कुशल होगा। मौजूदा संसद भवन से सटी त्रिकोणीय आकार की नई इमारत सुरक्षा सुविधाओं से लैस होगी।
नई लोकसभा मौजूदा आकार से तीन गुना बड़ी होगी साथ ही राज्यसभा के आकार में भी वृद्धि की जाएगी। नए भवन की सज्जा में भारतीय संस्कृति, क्षेत्रीय कला, शिल्प और वास्तुकला की विविधता का समृद्ध मिलाजुला स्वरूप होगा। डिज़ाइन योजना में केन्द्रीय संवैधानिक गैलरी को स्थान दिया गया है। आम लोग इसे देख सकेंगे।
क्या है वर्तमान संसद भवन का आकार
गौरतलब है कि वर्तमान संसद भवन का आकार वृत्ताकार है जिसका व्यास 560 फीट है। इसकी परिधि एक तिहाई मील है और इसका क्षेत्रफल लगभग छह एकड़ है। इसके प्रथम तल के खुले बरामदे के किनारे पर क्रीम रंग के बालुई पत्थर के 144 स्तम्भ लगे हुए हैं इनकी ऊंचाई 27 फीट तक है। इन्ही स्तम्भ की वजह से भवन को एक अनूठा आकर्षण दिखाई पड़ता हैं।
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इसके अलावा पूरा संसद भवन लाल बालुई पत्थर की सजावटी दीवार से घिरा हुआ है इसमें लोहे के द्वार लगे हुए हैं। कुल मिलाकर इस भवन में 12 द्वार हैं। इस भवन के निर्माण कार्य में छह साल का समय और 83 लाख रुपए की लागत आयी थी। सेन्ट्रल लेजिस्लेटिव असेम्बली की पहली बैठक 19 जनवरी 1927 को संसद भवन में हुई थी।