न्यूज़ डेस्क
अयोध्या राम मंदिर-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद पर फैसले की घड़ी नजदीक है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार इस फैसले को लकर बेहद गंभीर है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट के फैसला आने से पहले नरेंद्र मोदी ने अपने मन्त्रियों को बेतुकी बयानबाजी न करने की नसीहत दी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी ने मंत्रिपरिषद की बैठक में अपनी मंत्रियों को सलाह दी है। इस दौरान उन्होंने कहा कि फ़ैसले के बाद सौहार्द का वातावरण बनाए रखने में मदद करें और कोर्ट के फैसले का सम्मान करें।
इसके अलावा अयोध्या मामले में केंद्र सरकार ने सभी सांसदों और मंत्रियों को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में रहने को भी कहा है। इसके साथ ही फैसले के कुछ दिनों बाद शांति-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है।
34 जिलों संवेदनशील
सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मुद्दे पर फैसले की घड़ी नजदीक आती जा रही है।ऐसे में प्रदेश में कानून-व्यवस्था कायम रखने वाली एजेंसियां भी पूरी तरह से सतर्क है। पुलिस मुख्यालय ने सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील 34 जिलों के पुलिस प्रमुखों को भी निर्देश जारी किये हैं।
इन जिलों में मेरठ, आगरा, अलीगढ़, रामपुर, बरेली, फिरोजाबाद, कानपुर, लखनऊ, शाहजहांपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर और आजमगढ़ आदि हैं।
आरएसएस ने शुरु किया संपर्क अभियान
वहीं सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने संपर्क अभियान शुरू किया है। मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ बैठकों की है इस बैठक का मकसद है कि फैसला कुछ भी हो, सांप्रदायिक सौहार्द्र नहीं बिगड़ना चाहिए। साथ ही संघ के शीर्ष नेतृत्व की ओर से ऐसी एक दर्जन बैठकें करने की तैयारी है। संघ हर प्रांत में भी इस तरह की बैठकें कर रहा है।