जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार की सुबह बौद्ध धर्म के अनुयाइयों को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का तोहफा दिया. यह हवाई अड्डा उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में 260 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. पीएम मोदी ने कहा है कि यह बौद्ध समाज की श्रद्धा को पुष्पांजलि है. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने राजकीय मेडिकल कालेज समेत 12 अन्य परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया. केन्द्रीय नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस मौके पर मौजूद थे.
अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का लोकार्पण करने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध से जुड़े स्थलों को विकसित करने के लिए यह ज़रूरी है कि वहां तक पहुँच भी आसान हो. यही वजह है के केन्द्र और उत्तर प्रदेश सरकार दोनों की प्राथमिकताओं में कुशीनगर का विकास है. उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने 900 से ज्यादा नये हवाई मार्गों की स्वीकृति दी. इनमें 350 मार्गों पर तो हवाई सेवाएं शुरू भी हो चुकी हैं. 50 नये या जो बंद पड़े थे ऐसे हवाई अड्डों को चालू किया गया.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि कुशीनगर से दिल्ली के लिए 26 नवम्बर से हफ्ते में चार उड़ानें शुरू होंगी. आगे चलकर कुशीनगर से मुम्बई की उड़ान सेवा भी शुरू की जायेगी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमोत्तर बिहार के विकास में इस हवाई अड्डे से बहुत फायदा होगा. इससे पर्यटन भी बढ़ेगा और रोज़गार भी मिलेंगे. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भगवान बुद्ध से जुड़े सबसे ज्यादा तीर्थ स्थल हैं. इनमें बड़ी संभावनाएं हैं मगर अब तक इनका बेहतर उपयोग नहीं हो पाया. प्रधानमन्त्री का यह प्रयास बौद्ध सर्किट में पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ाने में मददगार साबित होगा. उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को श्रीलंका का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल कुशीनगर आ रहा है. हम उनका अतिथि देवो भव: की भावना से स्वागत करेंगे.
उल्लेखनीय है कि कुशीनगर में गौतम बुद्ध की निर्वाण स्थली होने की वजह से चीन, श्रीलंका, कम्बोडिया, नेपाल, ताइवान, जापान, वियतनाम, सिंगापुर, थाईलैंड, मलेशिया, म्यांमार, कोरिया और लाओस से लोगों के आने का सिलसिला बना ही रहता है. अब यहाँ हवाई अड्डा बन जाने से विदेशी नागरिकों को यहाँ पहुँचने की सुविधा बढ़ जायेगी.
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