जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या में निर्माणाधीन राम मन्दिर के विकास कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अयोध्या को ऐसा बनाया जाए कि जिसमें भारत की संस्कृति की झलक नज़र आये.
प्रधानमन्त्री ने यह निर्देश दिया है कि अयोध्या को इस तरह से विकसित किया जाए कि इससे पर्यटकों और तीर्थ यात्रियों दोनों को फायदा हो. उन्होंने कहा कि अयोध्या को इस तरह से विकसित किया जाये कि देश का हर युवा कम से कम एक बार यहाँ आना चाहे. अयोध्या के विकास की योजनायें इस तरह से बनाई जाएं कि यहाँ भविष्य की झलक दिखाई दे.
प्रधानमन्त्री ने कहा कि जिस तरह से भगवान राम में लोगों को एक साथ लाने की क्षमता थी उसी तरह से अयोध्या को ऐसे शहर में बदल दिया जाए जिससे कि वहां के विकास कार्यों में हिन्दुस्तान के हर नागरिक की भागेदारी हो जाए. शहर के विकास में उन्होंने देश के प्रतिभाशाली युवाओं के कौशल का लाभ लेने का निर्देश भी दिया.
उल्लेखनीय है कि अयोध्या के विकास के लिए करीब पांच सौ लोगों की राय ली गई है. इनमें अयोध्या के संत और महंत भी शामिल हैं. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट भी शामिल है. सांसद, विधायक और शिक्षाविदों के सुझाव भी लिए गए हैं. यह सिलसिला अभी भी जारी है.
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अयोध्या के विकास का जो खाका तैयार किया गया है उसमें इस बात का ध्यान रखा गया है कि अयोध्या के पुरातन स्वरूप को बरकरार रखा जाए लेकिन इस शहर का आधुनिकीकरण भी हो जाए. सारी बातों को ध्यान में रखते हुए इसके विकास की योजना बनाई जा रही है.