जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। खेल जगत में प्रदेश का नाम रोशन करने की चाहत रखने खिलाड़ियों को एकलव्य क्रीड़ा कोष से प्रदान की जाने वाली इस फैलोशिप के लिए शनिवार को नियमावली जारी हुई. अब 50 हजार से लेकर तीन लाख रुपये तक फैलोशिप मिलने का रास्ता साफ़ हो गया है.
ये जानकारी खेल निदेशक डॉ. आरपी सिंह ने देते हुए बताया कि योजना में खिलाड़ियों का बीमा भी होगा जिससे अभ्यास अथवा प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ी के घायल होने पर बेहतर इलाज हो सके. ये फैलोशिप प्रदेश के मूल निवासियों को मिल सकेगी.फैलोशिप के आवेदन पत्र का प्रारूप समस्त विभागीय अधिकारियों, मान्यता प्राप्त प्रदेशीय खेल संघों को उपलब्ध करा दिया गया है. आवेदन पत्र निर्धारित प्रारूप पर सम्बन्धित प्रदेशीय खेल संघों की संस्तुति सहित निदेशालय में प्राप्त होने पर ही नियमानुसार विचार किया जायेगा.
ऐसे मिलेगी मदद
- एशियन चैंपियनशिप , एशियन गेम्स, वर्ल्ड कप, विश्व चैंपियनशिप, एशिया कप या एशियन कप (सभी सीनियर वर्ग) में पदक विजेताओं एवं प्रतिभागियों को 3 लाख रुपये ।
- जूनियर एशियन चैंपियनशिप, जूनियर विश्व चैंपियनशिप, जूनियर वर्ल्ड कप, यूथ, जूनियर एशिया कप, एशियन कप, यूथ ओलंपिक गेम्स, यूथ वर्ल्ड कप जूनियर, यूथ कॉमनवेल्थ गेम्स, साउथ एशियन गेम्स (सैफ गेम्स) के विजेताओं और प्रतिभागियों को 2 लाख रुपये ।
- मिनी, कैडेट (अंडर-13), सबजूनियर (अंडर-16), यूथ जूनियर ( अंडर-19), सीनियर वर्ग की राष्ट्रीय चैंपियनशिप , नेशनल गेम्स और खेलो इंडिया यूथ गेम्स, स्कूल नेशनल प्रतियोगिताओं के पदक विजेताओं (सीनियर वर्ग) को एक लाख रुपये की फैलोशिप मिलेगी जबकि जूनियर एवं यूथ वर्ग के लिए यह राशि 75 हजार रुपये तय की गई है।
- मिनी, कैडेट, सब जूनियर (अंडर-17 आयु वर्ग तक) 50 हजार रुपये प्रतिवर्ष उपलब्ध कराई जायेगी।
ओलंपिक गेम्स अथवा कोचिंग कैम्प के लिए चयनित खिलाड़ी को 5 लाख रुपये प्रतिवर्ष की मदद उपलब्ध कराई जायेगी। - आवश्यक उपकरण के लिए अधिकतम 5 लाख तथा चोट से उपचार के लिए अधिकतम 5 लाख रुपये की मदद उपलब्ध होगी