जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस लगातार मुश्किलों में लग रही है। दरअसल उनके अपने कुनबे रार देखने को मिल रही है।
बड़े-बड़े कांग्रेसी नेता हाथ का साथ छोडक़ल कमल का फूल अपना रहे हैं। इतना ही नहीं जो भी नेता कांग्रेस को छोड़ता उसको बाद में खूब कोसता है।
इसके आलावा राहुल गांधी भी उनके निशाने पर रहते हैं। कांग्रेस की गुटबाजी की वजह से मध्यप्रदेश और पंजाब व कर्नाट्रका में उसकी सरकार चली गई।
पंजाब में चुनाव से पहले वहां पर खूब समासान देखने को मिला। चुनाव से ठीक पहले नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह में ऐसी जंग छिड़ी कि वहां से कांग्रेस का बोरिया बिस्तर बंध गया।
अब ऐसा ही कुछ राजस्थान में भी देखने को मिल रहा है। सचिन पायलट अपनी सरकार के खिलाफ होते हुए नजर आ रहा है।
ये बात सच है कि सचिन पायलट और सूबे के मुखिया और कांग्रेस के दिग्गजों में शुमार अशोक गहलोत के रिश्ते बेहद खराब हो चुके हैं। इसकी वजह से कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है क्योंकि वहां पर चुनाव जल्द होने वाले हैं।
अभी तक दोनों नेताओं के बीच जुब़ानी जंग देखने को मिल रही है लेकिन अब खुलेआम आर-पार की लड़ाई देखने को मिल रही है। कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने वसुंधरा राजे की सरकार के समय हुए कथित भ्रष्टाचार को लेकर मंगलवार (11 अप्रैल) को जयपुर में कांग्रेस नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अनशन किया। पायलट भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
अनशन खत्म करने के बाद पायलट ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी मुहिम और आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा, ”वसुंधरा राजे के कार्यकाल में जब हम विपक्ष में थे तो हमने बहुत सारे घोटालों और भ्रष्टाचार के मामलों को उजागार किया था।
हमने जनता से वादा किया था कि जब हम सरकार में आएंगे तब वसुंधरा की सरकार के दौरान तमाम जो घोटाले हुए उसके खिलाफ प्रभावशाली कार्रवाई करेंगे।अब जब हम सरकार में हैं। 4 साल से ज्यादा का समय बीत गया, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई इसलिए आज मैंने अनशन रखा।”
सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर ने कांग्रेस की नींद उड़ाकर रख दी है। दिल्ली में बैठे बड़े नेता चाहते हैैं कि जल्द से जल्द इन दोनों की रार को खत्म किया जाये नहीं तो इसकी भारी कीमत कांग्रेस को चुकानी पड़ सकती है।