जुबिली न्यूज डेस्क
जहां कुछ समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पीछे एक तेज तर्रार महिला SPG कमांडो की फोटो खुब वायरल हो रही है। वहीं इस फोटो को लेकर सोशल मिडीया में लोग अलग-अलग तरह से ट्वीट कर रहे हैं।
हालांकि कुछ अन्य मिडीया रिपोर्ट के मुताबिक सोशल मिडीया में शेयर की गई तस्वीर में दिख रही महिला अधिकारी एसपीजी कमांडो नहीं है। वह राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू की PSO बताई जा रही हैं जो CRPF में बतौर असिटेंड कमांडेंट पद पर तैनात हैं। वहीं अन्य मिडीया सूत्रों के मुताबिक जो तस्वीर वायरल हो रही है इसके बारे में जानकारी मिली है कि यह पार्लियामेंट के अंदर की तस्वीर है। पार्लियामेंट में भी SPG की महिलाओं को तैनात किया जाता हैं।
हालांकि सूत्रों के मुताबिक SPG में महिलाएं कोई पहली बार नहीं आई है। SPG में महिला को भी पहले से ही जरुरी सुरक्षा में रखा जाता रहा है। इस पर सूत्रों की मानें तो शुरुआती दौर में SPG में महिलाओं को एडवांस्ड डेप्लॉयमेंट के लिए रखा जाता था।
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क्या है SPG युनीट?
जानकारी दें कि, देश में SPG की स्थापना अप्रैल 1985 में कैबिनेट सचिवालय के तहत तत्कालीन प्रधान मंत्री राजीव गांधी द्वारा उनकी मां, पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी की उनके अंगरक्षकों द्वारा हत्या के बाद ही की गई थी। वहीं SPG एक्ट साल 1988 में अस्तित्व में आया था। इसकी स्थापना प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके तत्काल परिवार के सदस्यों को जरुरी निकट सुरक्षा प्रदान करने के इरादे से हुई थी। SPG के अंगरक्षकों और अधिकारियों में उच्च नेतृत्व गुण, व्यावसायिकता, निकट सुरक्षा का ज्ञान और आगे बढ़कर नेतृत्व करने की क्षमता भी होती है।