जुबिली न्यूज़ डेस्क
कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए कई देशों में वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो गया है। बनाई गयी वैक्सीन में सबसे ज्यादा असरदार ब्रिटेन द्वारा तैयार की गयी फाइजर कंपनी की मानी जा रही है। इस बीच फाइजर की वैक्सीन से जुडी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि इस वैक्सीन से जुड़े रिसर्च पेपर को चुराने की कोशिश की गई है।
इस मामले में फाइजर और बायोएनटेक ने बताया कि ब्रिटेन की जिस संस्था यूरोपियन मेडिसिंस एजेंसी के पास वैक्सीन को अप्रूवल के लिए भेजा गया था, उस जगह पर साइबर अटैक हुआ है। इसमें हैकर्स ने वैक्सीन से जुड़ी कुछ अहम जानकारियां चुराने की कोशिश की है। लेकिन ऐसा करने में उन्हे कामयाबी नहीं हांसिल हुई। हालांकि इस बारे में कंपनी ने ज्यादा जानकारी नहीं दी है। बता दें कि इंटरपोल पहले ही ऐसी आशंका जता चुका था।
इन दोनों कंपनियों के दस्तावेजों को ऐसे समय पर चुराने की कोशिश की गई है जब दुनिया के कई देशों में कोरोना वैक्सीन के डोज देने की शुरुआत हो चुकी है। बता दें कि हाल ही में ब्रिटेन और रूस में भी वैक्सीन लगाने की शुरुआत हुई है और इन दोनों कंपनियों के वैक्सीन पर मुहर लग चुकी है।
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फाइजर ने एक बयान में बताया कि हम किसी भी तरह के व्यक्तिगत डेटा तक पहुंचने से अनजान हैं। वहीं, दोनों कंपनियों का कहना है कि यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी ने हमें आश्वासन दिया है कि जो साइबरअटैक हुआ है उसकी समीक्षा करने में हमे ज्यादा समय नहीं लगेगा।