न्यूज़ डेस्क
देश में दो मई से पेट्रोल के दामों पर बढ़ोतरी हो सकती है जी हां अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से कच्चे तेल की खरीदारी के लिए मई से प्रतिबंधो से कोई भी छूट नहीं देने का फैसला किया है। इससे पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी हो सकती है। अमेरिका के इस फैसले से सबसे ज्यादा असर भारत सहित चीन पर पड़ेगा।
व्हाइट हाउस ने जारी किए एक बयान में यह जानकारी दी है कि दो मई के बाद ईरान से तेल आयात करने वाले भारत समेत अन्य देशों पर अमेरिका ने पाबंदी लगाने का ऐलान किया है।
व्हाइट हाउस ने बताया कि ईरान की विध्वंसक गतिविधियों के कारण अमेरिका, हमारे साझीदारों, सहयोगी देशों और मध्य-पूर्व की सुरक्षा के लिए पैदा हुए खतरे को खत्म करना चाहता है। साथ ही ईरान पर लगी आर्थिक पाबंदियों को बरकरार रखने के साथ ही उसे और सख्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उल्लेखनीय है कि ईरान तथा विश्व की छह शक्तियों के बीच हुए परमाणु समझौते को ट्रंप द्वारा रद्द करने के बाद बीते साल नवंबर में अमेरिका ने ईरानी तेल के निर्यात पर प्रतिबंध दोबारा लगा दिया था।
आपको बता दें कि अमेरिका ने नवंबर 2018 में आठ देशों को ईरान से तेल आयात के बदले कुछ और विकल्प तलाशने के लिए 180 दिनों की छूट दी थी, जो दो मई को पूरी हो रही है। इन आठ देशों में से तीन देश, यूनान, इटली और ताइवान ने पहले ही ईरान से तेल आयात घटाकर शून्य कर लिया है।
भारत सहित अन्य देशों में चीन, तुर्की, जापान और दक्षिण कोरिया शामिल हैं। जिन्हें अब ईरान से या तो तेल आयात बंद करना होगा या अमेरिकी प्रतिबंध को झेलना होगा।
गौरतलब है कि वर्तमान में भारत ईरान से सबसे ज्यादा कच्चे तेल का आयात करता है। अगर भारत दो मई के बाद भी ईरान से तेल का आयात करता है तो अमेरिका के साथ रिश्तों में तनाव आ सकता है। जिससे व्यापार सहित अन्य मुद्दों पर भी असर पड़ सकता है।
हालांकि भारत को उम्मीद थी कि अमेरिका की ओर से ईरान से तेल आयात के लिए कुछ और दिनों की मोहलत मिल जाएगी।
वहीं, अमेरिका का साफ कहना है कि ईरान से शून्य तेल आयात की नीति विदेश मंत्री पोम्पियों ने बनाई है। क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि ईरान की सरकार वापस वार्ता की मेज पर आए और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ किए गये करार से बेहतर करार करे।