जुबिली न्यूज डेस्क
पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में तेजी का सिलसिला जारी है। देश में लगातार तीसरे दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि हुई है। सरकारी स्वामित्व वाली तेल कंपनियों ने रविवार से तेल की कीमतों में किये जाने वाले प्रतिदिन के बदलाव को 83 दिन बाद फिर से शुरू कर दिया था, तब से ही तेल की कीमतों में तेजी आ रही है। इससे पहले सरकारी तेल कंपनियों ने वैश्विक ऑयल मार्केट में अस्थिरता के चलते 16 मार्च से पेट्रोल-डीजल की कीमतों को स्थिर कर दिया था।
आपको बता दें कि कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से देश में पेट्रोल-डीजल महंगा हो रहा है। क्योंकि भारत अपनी जरूरतों का 80 फीसदी से ज्यादा तेल आयात करता है। तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से आम आदमी पर मार पड़ेगी। महंगाई बढ़ेगी।
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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को पेट्रोल की कीमत में 54 पैसे का उछाल आया है। इससे यह 73 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है। वहीं, डीजल 58 पैसे की बढ़त के साथ 71.17 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है। मुंबई में मंगलवार को पेट्रोल 52 पैसे की बढ़त के साथ 80.01 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 55 पैसे की बढ़त के साथ 69.92 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है। मंगलवार के दिन नोएडा में एक लीटर पेट्रोल के दाम 75.38 रुपये प्रति लीटर हो गए है। वहीं, डीज़ल की कीमतें 65.34 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि सऊदी अरब ने मार्च में रूस के साथ जारी प्राइस वार की वजह से तेल की कीमतें में 30 साल की सबसे बड़ी कटौती कर दी थी। साथ ही, अब फिर से कच्चे तेल के उत्पादन में बड़ी कटौती का फैसला हुआ है। इसीलिए कीमतों में जोरदार तेजी आई है।
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आपको बता दें कि OPEC और उससे संबद्ध देशों ने कच्चे तेल के उत्पादन में करीब एक करोड़ बैरल प्रतिदिन की कटौती को जुलाई अंत तक एक महीने के लिए और बढ़ा दिया है।
यह कदम कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुई स्थिति के मद्देनजर बाजार में स्थिरता लाने की उम्मीद में उठाया गया है। चीन में तेल की मांग बढ़ने के साथ सऊदी ने कीमतों में बढ़ोतरी की है. सऊदी अरामको ने एशिया को निर्यात करने वाली अरब लाइट की कीमतों में 6.10 डॉलर प्रति बैरल का इजाफा किया है। बेंचमार्क प्राइस से 20 फीसदी प्रीमियम की बढ़ोतरी हुई. कंपनी ने एशिया को निर्यात होने वाली सभी ग्रेड के लिए जुलाई की कीमतें 5.60 डॉलर से 7.30 डॉलर प्रति बैरल की तेजी आई है।