जुबिली न्यूज डेस्क
पश्चिम बंगाल चुनावी संग्राम छिड़ा हुआ है। सत्तारूढ़ टीएमसी और भाजपा आमने-सामने हैं। दोनों दलों के बीच जुबानी हिंसा जारी है।
फिलहाल भाजपा के लिए विधानसभा चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। चुनाव जीतने के लिए भाजपा सारे हथकंडे आजमा रही है। इसी कड़ी में भाजपा बंगाल में पांच रथयात्राएं निकालने की योजना पर काम कर रही है।
लेकिन भाजपा की प्रस्तावित रथयात्राओं को रोकने के लिए कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है।
वकील रामा प्रसाद सरकार की तरफ से दायर याचिका में कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए भाजपा की रथयात्राओं पर रोक लगाने की मांग की गई है।
याचिका में कहा गया है कि रथ यात्रा के दौरान कोरोना महामारी के नियमों के उल्लंघन और काननू व्यवस्था खराब होने की आशंकाएं हैं।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार भाजपा पश्चिम पंगाल में 5 रथयात्राएं निकालने के लिए राज्य सरकार से अनुमति मांगी है।
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भाजपा ने पश्चिम बंगाल में अपना चुनाव अभियान शुरू कर दिया है। इसी के तहत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 11 फरवरी को कूच बिहार से रैली की शुरुआत करेंगे।
बंगाल में आने वाले महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं ,लेकिन अभी तक चुनावों का कार्यक्रम जारी नहीं किया गया है।
चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में पूरा जोर लगा रही है। वहीं हाल के दिनों में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पार्टी के कई नेता बीजेपी में शामिल भी हुए हैं।
टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी राज्य में दस साल से मुख्यमंत्री हैं। प्रदेश में अब तक हाशिए पर रही बीजेपी सत्ता के करीब पहुंचने की पुरजोर कोशिश कर रही है। इसी वजह से इन दिनों बंगाल में सियासी पारा गरम है।
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