स्पेशल डेस्क।
बुंदेलखंड क्षेत्र में गर्मी बढ़ने के साथ पानी की किल्ल्त भी शुरू हो गई है। हमीरपुर, महोबा, बांदा और ललितपुर समेत कई गावों में पानी के संकट के चलते लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही कई गांव ऐसे भी हैं जहां के लोग अपने घरों पर ताला लगाकर रिश्तेदारों के पास रहने चले गए हैं। वहीं कई लोग शहरों की ओर पलायन कर गए हैं।
जनपद बांदा के चौबेपुरवा और बाबूपुर गावों के आधे से ज्यादा घर पानी की समस्या के कारण पलायन कर चुके हैं। वहीं कुछ और भी परिवार हैं जो पलायन की तैयारी कर रहे हैं।
क्षेत्र के तालाब सूखे पड़े हैं और हैंडपम्प से पानी की एक बूंद भी नहीं टपक रही है। तालाब सूखे होने के कारण मवेशी भी प्यासे भटक रहे हैं।
गांव के एक स्थानीय निवासी ने बताया कि रात को मवेशी पानी की तालाश में आबादी के घरों में घुस आते हैं, जिससे इस गर्मी में लोग दरवाजे के बाहर खुले में लेटने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
हमीरपुर जनपद में तैनात एक ग्राम सचिव ने जानकारी दी कि, पूरे जिले में तालाबों को भरने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन तालाब भरने किए लिए पानी कहां से आएगा इस बात का कोई प्रावधान नहीं किया गया। नहर भी नहीं छोड़ी जा रही जिसकी वजह से प्राइवेट ट्यूबवेल से तालाबों को भरा जा रहा है। तालाब भराई के लिए सरकार द्वारा कोई फंड भी नहीं दिया जा रहा।
डीएम कर रहे कुओं और तालाबों की पूजा
बांदा डीएम हीरा लाल कुआं तालाब जियाओ अभियान के तहत कुओं और तालाबों की पूजा अर्चना कर रहे हैं। जबकि क्षेत्र में जिन गांवों में पानी की समस्या है वहां पानी पहुंचाने का प्रयास नहीं कर रहे।