जुबिली स्पेशल डेस्क
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर घमासान तेज हो गया है। 20 नवंबर को होने वाले चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के बीच जोरदार बयानबाजी तेज हो गई।
कांग्रेस ने बड़ा दांव खेलते हुए जाति जनगणना और सत्ता मिली तो आरक्षण को 50 फीसदी के पार तक ले जाने का वादा किया है। ऐसे में सत्ता पक्ष लगातार इसकी काट करने में जुट गई। दूसरी तरफ बीजेपी सत्ता में लौटने के लिए पीएम मोदी से लेकर योगी का सहारा ले रही है।
दोनों ही नेता इस वक्त महाराष्ट्र की राजनीतिक में एकाएक एक्टिव हो गए है और जनता के बीच लगातार जा रहे हैं। योगी आदित्यनाथ लगातार ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ और ‘एक रहेंगे तो नेक रहेंगे’ का नारा दे रहे हैं। वहीं पीएम मोदी ने एक नारा दिया है कि ‘एक रहेंगे सेफ रहेंगे’।
योगी के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे को लेकर उनके सहयोगी पाटी अजित पवार ने सवाल उठाया है। अजित पवार ने कहा कि महाराष्ट्र शिवाजी, आंबेडकर, शाहू जी महाराज की धरती है।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में बाहर के लोग आकर ऐसे विचार बोल जाते हैं, दूसरे राज्यों के बीजेपी सीएम तय करें कि उन्हें क्या बोलना है।
अजित पवार यहीं नहीं रूके उन्होंने आगे कहा कि हम महायुति में एक साथ काम कर रहे हैं, लेकिन हमारी पार्टियों की विचारधारा अलग-अलग है।
हम सभी कॉमन मिनिमम प्रोग्रॅम पर सरकार चलाते हैं। यह देश के विकास के लिए किया जा रहा है। हम आज भी शिव शाहू फुले के विचारों पर कायम हैं। हो सकता है कि दूसरे राज्यों में यह सब चलता हो, लेकिन महाराष्ट्र में ये काम नहीं करता। दूसरे राज्यों के बीजेपी मुख्यमंत्रियों को तय करना चाहिए कि क्या बोलना है।
संजय निरूपम ने कहा कि योगी आदित्यनाथ कह रहे हैं कि अगर आप बिखर जाते हैं, तो कमजोर हो जाते हैं। अगर आप एकजुट रहते हैं, तो मजबूत रहते हैं. उन्होंने कहा कि अजीत दादा आज नहीं समझ रहे हैं, आगे समझ जाएंगे। ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ ये लाइन बिल्कुल चलेगी। अजित दादा को समझना पड़ेगा. सीएम योगी कोई गलत बात नहीं कर रहे हैं, इसे समझने में कुछ लोगों को समय लग सकता है.