स्पेशल डेस्क
पटियाला। हाल के दिनों में महिलाओं पर लगातार यौन हिंसा का मामला प्रकाश में आ रहा है। इतना ही नहीं रेप की घटनाओं में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। महिलाओं पर हो रही हिंसा और उनके साथ दुष्कर्म की घटना से पूरा देश गुस्से में है। इतना ही नहीं सड़क से लेकर संसद तक महिलाओं की सुरक्षा का मामला उठाया जा रहा है।
देश में हो रहे बड़े स्तर पर महिला हिंसा को रोकने के लिए मार्केट में अब श्रृगांर में प्रयोग होने वाले उत्पादों के माध्यम से महिला को सुरक्षित करने का दावा किया जा रहा है। हालांकि अब देखना ये होगा कि कब, कैसे और कहां इसके प्रयोग से समाज में कुछ नया बदलाव देखने को मिलेगा।
महिला सुरक्षा को ध्यान में रखकर पंजाब यूनिवर्सिटी के फॉरेंसिक साइंस डिपार्टमेंट की स्टूडेंट्स ने ऐसी क्रीम को बनाया है जो शायद रेप के आरोपी को पकडऩे में कारगर होगी। दरअसल हर महिला कॉस्टमेटिक क्रीम व लिपिस्टक का प्रयोग करती है लेकिन अगर महिला इस तरह का क्रीम का इस्तेमाल करती है तो रेप या सेक्सुअल असाल्ट करने वाले के ऊपर भी लग जाएगी और बाद में यही क्रीम आरोपी को पकडऩे में मददगार होगी।
आखिर कैसे काम करेगी ये क्रीम
फाउंडेशन क्रीम पर रिसर्च पेपर तैयार की गई है। इसे तैयार करने में सुपरवाइजर डॉ. राजिंदर सिंह की देख-रेख में स्वीटी शर्मा, रितो चोफी, हरकमलप्रीत कौर और पीएचडी स्टूडेंट्स ने मिलकर इस मिशन को किया है।
दरअसल यह रिसर्च पेपर अमेरिकन फॉरेंसिक अकादमी ने जनरल ऑफ फॉरेंसिक साइंस से लिया गया है। जानकारी के मुताबिक पीडि़त और आरोपी के ऊपर लगने वाली लिपिस्टक या क्रीम को ए.टी.आर., एस.टी.आई.आर. स्पेक्ट्रोस्कोपी तकनीक से जोड़ा गया है। इसके साथ ही ये जांच में अहम होगा क्योंकि यह एक ही ब्रांड के मिलकर बना होता है। रिसर्च के अनुसार रेपिस्ट के शरीर पर ट्रांसफर हो जाएगा और जांच में आसानी होगी।