जुबिली न्यूज डेस्क
पंजाब के पटियाला के काली मंदिर के बाहर बीते शुक्रवार को शिवसेना और सिख संगठन के समर्थकों के बीच झड़प हो गई थी।
जहां पंजाब सरकार का दावा है कि अब स्थिति ठीक है, वहीं विपक्ष का कहना है कि हिंसा के बाद तनाव बना हुआ है।
वहीं हालात की गंभीरता को देखते हुए आप सरकार ने शहर में अस्थाई रूप से मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को बंद करने का फैसला लिया है।
इस मामले में अब तक चार स्नढ्ढक्र दर्ज हो चुकी है। वहीं, हिंसा के विरोध में कई संगठनों ने शहर बंद का आह्वन किया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को ही बयान जारी करके कहा था कि इस मामले में शामिल लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा।
वहीं पटियाला उपायुक्त ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि एहतियातन सुबह 9.30 से शाम 6 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
यह भी पढ़ें : श्वेता सिंह को इंसाफ दिलाने के लिए आगे आईं बेटियां, बताया क्यों हुई मां की हत्या
यह भी पढ़ें : राज्य कर्मचारियों के हक़ में योगी सरकार ने लिया बड़ा फैसला
यह भी पढ़ें : जानिए, 100 रुपए के पेट्रोल में आप कितना टैक्स देते हैं?
उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर FIR दर्ज की जा चुकी हैं और पुलिस लगातार छापामार कार्रवाई कर रही है।
वहीं पटियाला एसएसपी नानक सिंह ने लोगों से किसी भी गलत जानकारी पर विश्वास नहीं करने के लिए कहा है।
इससे पहले पुलिस ने पटियाला जिले में 11 घंटे का कर्फ्यू लगा दिया था। वहीं घटना के एक दिन बाद ही पटियाला आईजी राकेश अग्रवाल के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
पटियाला बंद के आह्वान के बीच एसएसपी सिंह ने अखिल भारतीय सुरक्षा समिति के प्रमुख गिरि जी से मुलाकात की है। दरअसल हिंदू संगठन लगातार इस घटना का विरोध कर रहे हैं। हिंदू संगठनों ने ‘खालिस्तान समर्थकों’ को हिरासत में लेने की मांग की है।
एक्शन मोड में मान सरकार
पटियाला हिंसा के बाद ही पंजाब के सीएम भगवंत मान ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी और इसकी जांच के आदेश दिए थे। अब खबर है कि मान सरकार ने पुलिस के तीन बड़े अधिकारियों का तबादला किया गया है। इनमें आईजी अग्रवाल के अलावा एसएसपी सिंह और एसपी वजीर सिंह का नाम शामिल है।
यह भी पढ़ें : कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच आई राहत की खबर
यह भी पढ़ें : आखिर क्यों इस बार पड़ रही इतनी गर्मी?
यह भी पढ़ें : पिछले छह साल में देश में यह सबसे बुरा बिजली संकट है