स्पेशल डेस्क
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स-2019 की ताजा रैंकिंग में जहां दो ऐशियाई देश जापान और सिंगापुर संयुक्त रूप से पहले पायदान पर हैं वहीं इस सूची में भारत और पाकिस्तान दोनों फिसले हैं। भारत जहां इस वर्ष के शुरुआत में 79वें स्थान पर था और 61 देशों में बगैर वीजा जाने की अनुमति थी, अब रैंक 86 हो गई है और भारत का स्कोर 58 हो गया है।
यह रैंकिंग देशों के पासपोर्ट की ताकत पर निर्भर करती है। जिस देश के पासपोर्ट के जरिए बगैर वीजा या वीजा ऑन अराइवल सबसे अधिक देशों में आने-जाने की छूट होती है, वह सबसे अधिक ताकतवर पासपोर्ट माना जाता है।
गौरतलब है कि हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के मुताबिक दुनियाभर में सबसे ताकतवर पासपोर्ट जापान का माना गया है। यह इसकी लिस्ट में नंबर वन पर है।
इसके अनुसार जापानी नागरिक अपने पासपोर्ट पर दुनिया में सबसे अधिक जगहों पर वीजा फ्री एंट्री ले सकता है। वह करीब भारत, चीन, श्रीलंका, आस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, न्यूजीलैंड समेत दुनिया के करीब 190 देशों में बिना वीजा जा सकता है। वहीं जापानी नागरिक को अफ्रीका के कुछ देश, पाकिस्तान, रूस, भूटान, अफगानिस्तान, आदि देशों के लिए वीजा चाहिए होता है।
टॉप 50 देशों के ताकतवर पासपोर्ट में भारत नहीं
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स-2019 की लिस्ट में दुनिया के टॉप 50 देशों के ताकतवर पासपोर्ट में भी भारत नहीं आता है। भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान, श्रीलंका, भूटान, नेपाल, बांग्लादेश भी इस लिस्ट में कहीं पीछे आते हैं।
रैैंकिंग के अनुसार जापान और सिंगापुर के पासपोर्ट से 189 देश आने की अनुमति देते हैं। भारत के पासपोर्ट से 58 देशों में बगैर वीजा आने-जाने की अनुमति है।
भारतीयों को जिन देशों में आगमन पर वीजा या बिना वीजा प्रवेश की सुविधा है उनमें भूटान, फिजी, कीनिया, कंबोडिया, जिंबाब्वे, मालदीप, इंडोनेशिया, जॉर्डन, इथोपिया, जॉर्जिया, गुयाना, मॉरिशिस, रवांडा, नेपाल, पलाऊ, म्यांमार, सोमालिया, थाइलैंड, जांबिया, फिजी, सेंट लुसिया शामिल है।
वहीं पड़ोसी पाकिस्तान काफी पीछे है। उसकी रैंकिंग 106 है और इसके पासपोर्ट से 30 देशों की ही वीजा मुक्त यात्रा की जा सकती है। 199 देशों की इस पासपोर्ट रैंकिंग में सबसे नीचे अफगानिस्तान है।
पासपोर्ट इंडेक्स में कई फेरबदल
इस बार के पासपोर्ट इंडेक्स में कई फेरबदल हुए हैं। दक्षिण कोरिया और जर्मनी पहले पायदान से जहां नीचे उतर गए हैं वहीं यूएई को शीर्ष 20 में स्थान मिला है। अब उसका स्कोर 173 हो गया है। 14 साल से जारी हो रहे हेनले इंडेक्स में ऐसा पहली बार हुआ है। इसी तरह 2014 में शीर्ष पर रहने वाले अमेरिका और ब्रिटेन अब तक के सबसे निचले स्तर छठी रैंक पर पहुंच गए हैं।
इस लिस्ट में दुनिया के 106 देशों को शामिल किया गया है। इसके अंतिम छह पायदान पर नेपाल, फिलिस्तीन और सूडान, यमन, पाकिस्तान, सोमालिया और सीरिया, अफगानिस्तान और इराक का नाम शामिल है।