जुबिली स्पेशल डेस्क
जासूसी कांड का मामला लगातार तूल पकड़ता नजर आ रहा है। आलम तो यह है कि इस मुद्दे पर केंद्र सरकार और विपक्ष दोनों आमने सामने हैं। बवाल इतना ज्यादा बढ़ गया है कि बुधवार को इस मुद्दे पर होने वाली संसदीय समिति की बैठक कोरम की कमी चलते नहीं हो सकी है।
उधर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने समिति की दूसरी सदस्य मोहुआ मोइत्रा को लेकर बड़ा बयान दिया है और उन्हें ‘बिहारी गुंडा’ कहने का बड़ा आरोप लगाया है। बता दें कि मोहुआ मोइत्रा तृणमूल कांग्रेस की सांसद हैं।
बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट किया है और कहा है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जी अपने 13 साल के संसदीय जीवन में पहली बार गाली सुना, तृणमूल कॉंग्रेस की सदस्य महुआ मोइत्रा द्वारा बिहारी गुंडा आईटी कमिटि के मीटिंग में तीन बार बोला गया ओम बिरला जी शशि थरूर जी ने इस संसदीय परम्परा को ख़त्म करने की सुपारी ले रखी है।
आईटी मंत्रालय से जुड़ी संसद की स्थायी समिति की बैठक होनी थी लेकिन इस दौरान बीजेपी सदस्यों ने उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया है।
इसको लेकर कांग्रेस ने कड़ा विरोध किया और कांग्रेस समेत और एनडीए सदस्यों ने विरोध दर्ज कराया और बोले कि बिना रजिस्टर पर हस्ताक्षर किए बैठक में शामिल नहीं हो सकते।
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इसके बाद बीजेपी के सदस्यों ने हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। इस स्थिति में समिति के अध्यक्ष शशि थरूर ने कोरम की कमी के नियम का हवाला देते बैठक को टाल दिया। बताया जा रहा है कि इस बैठक में 11 सदस्य मौजूद होने चाहिए जबकि कुल संख्या 31है। कांग्रेस सांसद कार्ति चिदम्बरम ने ट्वीट कर दावा किया कि बैठक में बुलाए गए आईटी मंत्रालय और गृह मंत्रालय के अधिकारी भी नहीं पहुंचे।