नई दिल्लीः पेशेवर और भविष्य के तरीके से छात्रों का आकलन करने के लिए, सरकार की PARAKH पहल जल्द ही शुरू हो सकती है. एनसीईआरटी में नया राष्ट्रीय मूल्यांकन केंद्र स्थापित करने के लिए सलाहकारों से 12 अगस्त को वैश्विक बोलियां आमंत्रित की गईं. प्रदर्शन मूल्यांकन, समग्र विकास के लिए ज्ञान की समीक्षा एवं विश्लेषण यानी PARAKH की घोषणा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत छात्र मूल्यांकन के लिए एक सटैंडर्ड-सेटिंग निकाय के रूप में की गई थी.
बता दे कि सरकार की सहायता के लिए वैश्विक स्तर पर सलाहकारों को आमंत्रित करने वाले एक दस्तावेज में कहा गया है, ‘मूल्यांकन की कला सीखाने के क्षेत्र में परख एक विचारशील अगुवा होगा. यह उन मूल्यांकन विशेषज्ञों का घर होगा, जो शिक्षा की गहरी समझ रखते हैं और यह जानते हैं कि बच्चे कैसे सीखते हैं. परख की टीम में भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा प्रणाली की गहरी समझ रखने वाले प्रमुख मूल्यांकन विशेषज्ञ शामिल होंगे.
‘परख’ सभी मूल्यांकन संबंधी सूचनाओं और विशेषज्ञता के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सिंगल विंडो सोर्स बन जाएगा, जिसमें नेशनल और जरूरत के मुताबिक इंटरनेशनल लेवल पर सभी रूपों में मूल्यांकन की कला सीखा जा सकेगा. यह उम्मीद की जाती है कि PARAKH सभी संबद्ध संगठनों जैसे मूल्यांकन बोर्ड (BoAs), SCERTs/SIEs/ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों और मूल्यांकन के क्षेत्र में काम करने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठनों/एजेंसियों के साथ मिलकर काम करेगा.
सलाहकार का क्या काम होगा?
सरकार देश में ‘आकलन और मूल्यांकन’ में सुधार और इस क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मानकों की तकनीकी विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए परख की स्थापना कर रही है. इसके लिए एक परामर्श एजेंसी को काम पर रखा जाना है. तीन साल की अपेक्षित कार्यान्वयन अवधि के साथ इस वर्ष असाइनमेंट की अपेक्षित प्रारंभ तिथि 1 अक्टूबर है. सलाहकार, परख की राष्ट्रीय स्तर की कोर टीम को अकादमिक और तकनीकी सहायता प्रदान करेगा, मूल्यांकन अध्ययन सीखने में राष्ट्रीय और उप-राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न हितधारकों की क्षमता का निर्माण करेगा और समर्थन प्रदान करेगा. साइकोमेट्रिक विश्लेषण और प्रलेखन प्रक्रिया को मजबूत करेगा. परामर्श एजेंसी, परख की स्थापना, स्टाफिंग, अल्पकालिक (3 वर्ष) और लंबी अवधि (5 से 10 वर्ष) के लिए क्षमता निर्माण योजना में, विशेषज्ञों और अन्य आवश्यक कर्मचारियों को नियुक्त करने में NCERT की मदद करेगी.
यह एक या एक से अधिक अंतरराष्ट्रीय मूल्यांकन में भाग लेने के लिए परख की टीम भी तैयार करेगा, जिसमें पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर स्कूलों के लिए PISA या अन्य परिचित अभ्यास करना शामिल है.