जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। यूपी की सियासत में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। लोकसभा चुनाव के करीब आते ही राजनीतिक दलों की हलचल तेज हो गई और इधर से उधर जाने का सिलसिला जारी है।
अपना दल कमेरावादी ने इंडिया गठबंधन ने खुलकर नाराजगी जाहिर करते हुए उनसे किनारा कर नई राजनीतिक संभावना को तलाशना शुरू कर दिया। इसी के तहत उसने मायावती की बीएसपी से हाथ मिला लिया है और उनके साथ मिलकर चुनाव लडऩे की तरफ अपने कदम बढ़ाने शुरू कर दिए है।
इसी क्रम में बीएसपी चीफ मायावती और अपना दल की नेता पल्लवी पटेल के बीच एक अहम बैठक हुई और जानकारी मिल रही है कि गठबंधन और चुनाव लडऩे का एलान होली के बाद किया जा सकता है।
अब कहा जा रहा है कि फूलपुर से इस बार बीएसपी और अपना दल कमेरावादी गठबंधन का चेहरा चुनाव में अपनी दावेदारी पेश कर सकता है।
इतना ही नहीं फूलपुर के अलावा प्रयागराज में दोनों दल मिलकर चुनाव लडऩे के लिए पूरी तरह से तैयार है। बताया जा रहा है कि दोनों सीट पर अपना दल कमेरावादी का प्रत्याशी उतारा जा सकता है।
अगर दोनों एक साथ मिलकर चुनाव लड़ते हैं तो अखिलेश की पार्टी के साथ-साथ इंडिया गठबंधन को भी भारी नुकसान होना तय माना जा रहा है।
इससे पहले सपा प्रमुख पर जुबानी हमला करते हुए पल्लवी ने कहा कि अखिलेश यादव को लगता है कि कोई भी जाए उन्हें फर्क नहीं पड़ता तों वह भ्रम में जी रहे हैं। पल्लवी पटेल ने कहा कि अब कांग्रेस पार्टी इंडिया एलायंस के शीर्ष नेतृत्व पर हमने निर्णय छोड़ दिया है।
उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के हर बैठक में हमारी पार्टी कों आमंत्रित किया गया इसलिए हमें लगता है की यह बात भी उन तक पहुंचेगी और वह निर्णय लेंगे. इससे पहले बुधवार को अपना दल ने एक चिट्ठी जारी कर तीनों सीटों पर दावा ठोंका था जिसके बाद बात बिगड़ती गई।