जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। हाल में ही हुए राज्यसभा चुनाव में अखिलेश यादव की पार्टी के कुछ विधाायकों ने पाला बदने का काम किया था और उस वजह से पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा था और एक प्रत्याशी को हार झेलनी पड़ी थी।
इसी दौरान यूपी में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से नाराज चल रही अपना दल कमेरावादी की नेता और सपा विधायक पल्लवी पटेल को लेकर कई खबरे आ रही थी। कहा जा रहा था वो सपा से नाराज है और पाला बदल सकती है लेकिन अब ऐसा नजर नहीं आ रहा है क्योंकि पल्लवी पटेल का अब नजरिया पूरी तरह से बदल गया है और लोकसभा चुनाव में उनका क्या रूख होगा, इसकी तस्वीर भी साफ होती हुई नजर आ रही है।
लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी पल्लवी पटेल ने प्रयागराज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अपनी बात रखी और साथ ये भी बता दिया कि उनका रूख क्या होने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अपना दल कमेरावादी के 29वें स्थापना दिवस पर हमने नारा दिया था- ‘मिले मुलायम-सोनेलाल’, और ये सिर्फ दो व्यक्तियों का नाम नहीं है. दो दलों का नाम नहीं है ये दो विचारधारा का नाम है।
पल्लवी पटेल ने आगे कहा, ‘अगर इस विचारधारा को ऊपर से लेकर जमीन तक और जमीन से लेकर ऊपर तक उतारने का वास्तविक रूप से काम हमने कर दिया तो विश्वास मानिए कि सामाजिक न्याय को स्थापित करने का जो नारा पीडीए का है उस नारे को स्थापित कर पाएंगे और सत्ता बदल पाएंगे।
‘ उनके इस बयान उनका रूख साफ हो गया है। इतना ही नहीं वो पुरानी बाते भूल चुकी है और पूरी तरह से इंडिया गठबंधन के साथ है। जानकारी मिल रही है कि पल्लवी पटेल फूलपुर सीट से इंडिया गठबंधन की उम्मीदवार बनाई जा सकती है. ये सीट उनके पिता सोनेलाल पटेल की कर्मभूमि रही है। वो कई बार यहां चुनाव भी लड़ चुके हैं।