जुबिली न्यूज डेस्क
पाकिस्तान बढ़ती महंगाई दर और खाली होते विदेशी मुद्रा भंडार से जूझ रहा है। अब तो हालत यह है कि पाकिस्तान का रुपया डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड स्तर पर कमजोर हो गया है।
शुक्रवार को पाकिस्तनी रुपया 0.06 फीसदी गिरकर 177.71 प्रति डॉलर हो गया। डॉलर की बढ़ती मांग और पर्याप्त आपूर्ति की कमी के कारण पाकिस्तानी रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर को भी पार कर गया।
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टॉपलाइन सिक्यॉरिटीज की ओर से किए गए एक सर्वे के मुताबिक, वित्तीय बाजार के 43 प्रतिशत प्रतिभागियों का मानना है कि वित्तीय साल 2022 के अंत तक पाकिस्तानी रुपया डॉलर के मुकाबले 180-185 तक गिर जाएगा।
पिछले सात महीने से पाकिस्तानी रुपया लागातार कमजोर हो रहा है। इसी साल 14 मई को रुपया में बीते 22 महीने की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई जब ये 152.27 रुपए प्रति डॉलर हो गया। अब तक इसमें 16.7 फीसदी (यानी 25.44 रुपये) की गिरावट आई है।
Interbank closing #ExchangeRate for today:https://t.co/7k4TteKJvg pic.twitter.com/ErX388OS1r
— SBP (@StateBank_Pak) December 10, 2021
पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक के जारी आंकड़ों से पता चला है कि एक जुलाई,2021 से शुरू हुए चालू वित्त वर्ष से पाकिस्तानी रुपया 12.80 प्रतिशत यानी 20.17 रुपए तक की गिरा है।
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बीते शनिवार को सऊदी अरब ने पाकिस्तान को तीन अरब डॉलर का कर्ज दिया था। यह कर्ज सऊदी से मिलने वाला आर्थिक पैकेज का हिस्सा है।
वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पिछले महीने 24 तारीख को कहा था कि उनके पास मुल्क को चलाने के लिए पैसे नहीं हैं और कर्ज बढ़ता जा रहा है।
खान ने कहा था, ”हमारी सबसे बड़ी समस्या यह है कि अपने मुल्क को चलाने के लिए उतना पैसा नहीं है। इसकी वजह से हम कर्ज लेते हैं।’