न्यूज डेस्क
केन्द्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने और राज्य को दो भाग में बांट कर केंद्र शाषित प्रदेश बनाए जाने के फैसले का पाकिस्तान में विरोध हो रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी भारत पर हमले की धमकी दे चुके हैं। पाकिस्तान के रवैये को देखते हुए अमेरिका में दो प्रभावशाली डेमोक्रेटिक सांसदों ने पाकिस्तान से कहा है कि वह भारत के खिलाफ ‘बदले की कोई भी कार्रवाई’ न करे।
इन सांसदों का कहना है कि पाकिस्तान को अपने देश में आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। सीनेटर रॉबर्ट मेनेंदेज और कांग्रेस सदस्य इलियट एंजेल ने सात अगस्त को एक संयुक्त बयान में जम्मू-कश्मीर में फोन और इंटरनेट सहित तमाम पाबंदियों पर भी चिंता जताई।
मेनेंदेज सीनेट की विदेश संबंधों की समिति के शीर्ष सदस्य हैं, जबकि एजेंल सदन की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष हैं। उन्होंने अपने बयान में कहा, ‘पाकिस्तान को नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ कराने में मदद समेत किसी भी तरह की बदले की कार्रवाई से बचना चाहिए और अपनी जमीन पर आतंकवादी ढांचे के खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।’
गौरतलब है कि पाक ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा हटाने के भारत के कदम को एकतरफा और गैरकानूनी बताते हुए बुधवार को भारतीय उच्चायुक्तअजय बिसारिया को निष्कासित कर दिया है। उसने दोनों देशों के बीच व्यापार संंबंधों को भी खत्म करने का ऐलान किया है।
पाकिस्तान का यह भी कहना है कि वह संयुक्त राष्ट्र सहित हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर इस मुद्दे को उठाएगा। उधर, भारत ने कहा है कि यह उसका आंतरिक मामला है जिसमें किसी दूसरे को दखल देने का कोई अधिकार नहीं है।