जुबिली न्यूज डेस्क
जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत पर्यटन स्थल पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस कायराना हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई और कई घायल हैं। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के फ्रंट TRF ने ली है।
नाम और धर्म पूछकर की गई गोलीबारी – बढ़ा गुस्सा
हमले की बर्बरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आतंकियों ने पहले पर्यटकों से उनका नाम और धर्म पूछा, फिर गोलियों से निशाना बनाया। यह घटना बैसरन घाटी में दोपहर 2:45 बजे हुई।
देशभर से आ रही तीखी प्रतिक्रियाएं
जमात-ए-इस्लामी हिंद का बयान
संगठन के अध्यक्ष सैयद सदातुल्लाह हुसैनी ने इस अमानवीय हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा:
“विदेशी पर्यटकों सहित निर्दोष लोगों की जान जाना बेहद दुखद है। हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए।”
लखनऊ के इस्लामिक सेंटर ने अदा की शोक की नमाज
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने मृतकों और पीड़ितों के लिए नमाज अदा कर शोक जताया।
मुताहिदा मजलिस उलेमा (MMU) का बंद का ऐलान
कश्मीर के प्रमुख धर्मगुरु मौलवी उमर फारूक ने कहा:
“यह नरसंहार का एक और दिन है। कश्मीर फिर एक त्रासदी का गवाह बना है।”
MMU ने जम्मू-कश्मीर बंद की अपील की है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं – एकजुटता का संदेश
इमरान प्रतापगढ़ी – राज्यसभा सांसद
“सरकार को जवाबदेही लेनी चाहिए। यह घटना उसके खोखले दावों को उजागर करती है। देश आतंक के खिलाफ एकजुट है।”
इकबाल अंसारी – बाबरी केस के पूर्व पैरोकार
“ऐसी सजा दो कि आने वाली नस्लें याद रखें। पाकिस्तान को अब अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए।”
असदुद्दीन ओवैसी – AIMIM प्रमुख
“कानून के तहत दोषियों को सख्त सज़ा मिलनी चाहिए। हम पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ खड़े हैं।”
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देश मांग रहा है न्याय – सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
हमले के पीछे PoK में बैठे आतंकियों का हाथ बताया जा रहा है। आदिल गौरी और आसिफ शेख की पहचान भी हो चुकी है। NIA और अन्य एजेंसियां इस पूरे मॉड्यूल की तह तक जाने में जुटी हैं।