जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने एक बार फिर राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार की चिंता बढ़ा दी है। हमले में अब तक 30 लोगों के मारे जाने की खबर है, जिनमें दो विदेशी नागरिक – नेपाल और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के निवासी-शामिल हैं। बताया जा रहा है कि दो से तीन आतंकियों ने 50 से अधिक राउंड फायरिंग की, जिससे भारी जनहानि हुई।
पीएम मोदी और अमित शाह के बीच उच्च स्तरीय बातचीत
इस हमले की गंभीरता को देखते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब में अपने राजकीय दौरे के दौरान गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर चर्चा की। पीएम ने गृह मंत्रालय को स्थिति पर लगातार निगरानी रखने और आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
#WATCH श्रीनगर | जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पहलगाम आतंकी हमले के बारे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जानकारी दी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और अन्य उच्चस्तरीय अधिकारी भी मौजूद रहे। pic.twitter.com/lE8NpSucgk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 22, 2025
श्रीनगर पहुंचे गृहमंत्री, उमर अब्दुल्ला से ली स्थिति की जानकारी
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हमले की सूचना मिलते ही श्रीनगर पहुंच गए, जहां उन्होंने राज्य के अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। इस बीच, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी गृहमंत्री को विस्तृत जानकारी दी और राज्य सरकार की तैयारियों से अवगत कराया।
जम्मू कश्मीर पहलगाम से रूह कांप जाने वाली खबर आई है, जहां आतंकियों ने , मुस्लिम न होने के कारण पर्यटक को गोली मार दी , ऐसे चश्मदीद गवाह का कहना है, #पहलगाम#Pahalgam https://t.co/9Qura4ulGG
— Bheem Baudh (@BHEEM_BAUDH) April 22, 2025
US अमेरिका ने जताया शोक, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की प्रतिक्रिया
भारत दौरे पर आए अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने इस हमले पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “उषा और मैं भारत के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। पिछले कुछ दिनों में हमने भारत और इसके लोगों की खूबसूरती को करीब से देखा है। इस भयावह हमले पर हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं।
दिल्ली समेत प्रमुख शहरों में हाई अलर्ट
हमले के मद्देनज़र, दिल्ली और अन्य मेट्रो शहरों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों को संवेदनशील इलाकों में सतर्क रहने और अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
यह हमला न सिर्फ कश्मीर में शांति प्रयासों के लिए एक बड़ी चुनौती है, बल्कि यह भारत की आतंकरोधी नीति के लिए भी एक गंभीर चेतावनी है। सरकार की प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाई पर देश भर की नजरें टिकी हैं।